शहडोल — जिला के कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती 6 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की है। मिली जानकारी के मुताबिक 1 दिन पहले शनिवार को एसएनसीयू में भर्ती चार बच्चों की मौत हो गई. बाद में दो और बच्चों की मौत हो गई। नवजात शिशुओं की मौत के बाद जिला सहित प्रदेश में हड़कंप मच गया।
यहां जानने लायक है कि करीब डेढ़ साल पहले जिला अस्पताल की एसएनसीयू में एक साथ छह बच्चों की मौत हुई थी इसके बाद लापरवाह अधिकारियों को हटा दिया गया था सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में दोपहर में एक आपात बैठक बुलाई है. शहडोल मामले को लेकर सीएम आपात बैठक में अधिकारियों से चर्चा करेंगे इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी तलब किया गया है माना जा रहा है कि इस मामले की सीएम शिवराज सिंह सख्त निर्णय ले सकते हैं।
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उल्लेखनीय है कि करीब डेढ़ साल पहले जिला अस्पताल की इस इकाई में एक साथ सर बच्चों की मौत हो गई थी इसके बाद लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को हटा दिया गया था जबकि बच्चों की मौत पर जिला अस्पताल प्रबंधन का अपना अलग ही तर्क है उनका कहना था कि जिन बच्चों की मौत हुई है सभी की हालत पहले से ही नाजुक थी सूत्रों की माने तो मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन पूरे मामले को दबाने का प्रयास भी किया हैं.
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बता दें कि जिला अस्पताल के पीआईसीयू और एसएनसीयू में जिन बच्चों की मौत हुई है उनमें बुढार क्षेत्र के अरझुला निवासी पुष्पराज उम्र 4 माह,सिंहपुर के बोडरी निवासी राज कोल उम्र 3 माह,पीआईसीयू में भर्ती प्रियांश उम्र 2 माह और उमरिया जिला अस्पताल से रेफर होकर आई निशा उम्र 3 दिन शामिल है। इस संबंध में डॉ राजेश पांडे सीएमएचओ का कहना है कि सभी बच्चों की हालत पहले से ही खराब थी इस बारे में परिजनों को भी बताया गया था।
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रविवार को कांग्रेस नेताओं ने इस मामले को लेकर कार्यवाही करने की मांग की इस संबंध में इन लोगों ने अस्पताल के गेट पर न केवल नारेबाजी की बल्कि धरने पर भी बैठ गए और पीड़ित लोगों को न्याय देने की मांग करते रहे। कांग्रेसियों ने कहा कि कांग्रेस शासन में एक साथ छह बच्चों की मौत हुई थी तब प्रभारी मंत्री ने सीएस और सीएमएचओ को तत्काल लापरवाही बरतने पर हटा दिया था अब भी जिम्मेदार डॉक्टर नर्स व अन्य जिम्मेदार स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही की जाए। सुरक्षा के दृष्टिकोण से डीएसपी व्ही.डी पांडे ने प्रदर्शनकारियों को समझाइश देते हुए शांति बनाए रखने लिए कहा साथ ही कहा कि वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में जांच करेंगे।
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