झारखंड- कोरोना संक्रमण के चलते ऑक्सीजन लेवल घटने लगता है ऐसे में यदि आपके पास तत्काल अस्पताल पहुंचने की व्यवस्था नहीं है या फिर अस्पताल में भर्ती करने के लिए जगह नहीं मिल रही तो ऐसी स्थिति में संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए घरेलू उपाय करना चाहिए कोरोना संकटकाल में झारखंड राज्य के शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सक लोगों को उन आयुर्वेदिक तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जिनका उपयोग करके लोग अपने घर पर रहते हुए ऑक्सीजन लेवल और फेफड़ों में संक्रमण को फर्स्ट स्टेज पर ही रोक सकते हैं।
ऐसे बनाए ऑक्सीजन की आयुर्वेदिक पोटली
झारखंड राज्य के धनबाद जिले की शासकीय जिला संयुक्त औषधालय की आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. कुमकुम का कहना है कि सांस लेने में तकलीफ हाेने पर घरेलू नुस्खे काफी हैं। जिन्हें भी ऑक्सीजन की कमी महसूस हाे रही हाे वे साफ कपड़े में कर्पूर की दाे टिकिया, अजवाइन एक चम्मच, मंगरैला दाे चुटकी व लाैंग चार-पांच रखकर उसे मसल दें व उसकी पाेटली बनाकर उसे सूंघें।
ऐसे करे इस्तेमाल
आयुर्वेदिक डॉक्टर कुमकुम का कहना है कि यह काफी फायदेमंद साबित हाेगा। इससे श्वसन तंत्र सक्रिय रहेगा और कुछ देर तक यह नुस्खा आजमाने पर सांस लेने में सहूलियत हाेने लगेगी। इसे लगातार एक-दाे घंटे पर तब तक आजमाएं जब तक सांस की तकलीफ दूर नहीं हाे जाती। गुनगुना पानी पीने से कोरोना संक्रमण के प्राइमरी स्टेज रहने पर संक्रमण को खत्म करने के लिए। बॉडी तैयार हो जाती है
संक्रमण को रोकने के लिए आयुर्वेदिक दवा
डॉ कुमकुम ने बताया कि चिंतामणि रस फेफड़ा संबंधित राेग में काफी फायदेमंद और असरदार और साबित हुआ है। चिंतामणि रस फेफड़ों से संबंधित सभी प्रकार के रोगों में लाभदायक होता है, इसलिए ज्यादातर आयुर्वेदिक चिकित्सालय में फेफड़ों से संबंधित मरीजों को चिंतामणि रस दिया जाता है। साथ ही लगा था भाग लेने से भी सांस लेने में काफी राहत महसूस होती है।
कोरोना संदिग्ध लोगों को क्या करना चाहिए
डॉ. कुमकुम का कहना है कि काेराेना से यदि काेई संक्रमित हाे ताे भाप लेने से उसे काफी राहत मिलेगी। यह पद्धति ताे आयुर्वेद के साथ अन्य पद्धतियाें में भी आजमाया जा रहा है। डॉ. कुमकुम के मुताबिक उनकी सलाह है कि वायु के माध्यम से फैल रहे संक्रमण से बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति काे अभी एक बार पांच मिनट भाप लेना चाहिए और गुनगुना पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से यदि वे तत्काल काेराेना वायरस के शिकार हुए भी हाें ताे भाप लेने से उनका संक्रमण बढ़ेगा नहीं और उनका शरीर कोरोनावायरस को खत्म करने में सक्षम हो सकता है।