प्रदेश सरकार ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए तरह-तरह की दावा कर रही है। सरकार का यह दावा केवल कागजों में ही ज्यादा दिख रहा है। सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है कि महिला पर यदि कोई अत्याचार किया तो उसे बक्सा नहीं जायेगा। लेकिन बगदरा चौकी क्षेत्र के खरखौली निवासी एक 55 वर्षीय विधवा महिला के साथ इस तरह जुर्म हुआ है कि उसकी पीड़ा व जुबानी को सुन दिल दहक जाता है। वहीं सरकार के तंत्र पर भी तरह-तरह के सवाल उठने लगते हैं। हुआ यूं था कि 9 मार्च की रात्रि पेशेवर चरवाहा उमा यादव पिता नचकऊ यादव महिला के घर में घुसकर बंद कमरे में बेरहमी से मारपीट कर अधमरा कर दिया और उसके साथ कुकृत्य भी किया है। इस तरह का आरोप पीडि़त महिला लगा रही है। घटना के दूसरे दिन पीडि़त विधवा महिला बगदरा चौकी गयी वहां से कोई सुनवाई न होने पर गढ़वा थाना गयी वहां भी अपनी फरियाद सुनाई। परन्तु खाकी बर्दी को महिला के कराह की गूंज कहीं से सुनाई नहीं दिया। Singrauli crime
आलम यह था कि महिला बोल नहीं पा रही थी चल नहीं पा रही है, यहां तक की बैठने में भी उसे तकलीफ हो रही है। किसी तरह लडख़ड़ाती जुबान से अपनी विपदा बैढऩ स्थित महिला हेल्प डेस्क में पहुंची। पीड़ित महिला का आरोप है कि महिला हेल्प डेस्क में पदस्थ उप निरीक्षक प्रीति सिंह ने पहले तो इस तरह से मौके पर मौजूद आरोपी को धमकाया कि महिला पर होने वाले अत्याचार से संबंधित जितनी धाराएं हैं सब लगा देंगी। अचानक उप निरीक्षक का रूख बदला और दोनों के बीच समझौते की बात करने लगीं। पीडि़त महिला पहले ही अपनी सब दु:खड़ा किसी तरह सुना दी थी। महिला की सुनवाई न कर जिस तरह से आरोपी चाह रहा था हेल्प डेस्क इंचार्ज के द्वारा उसी के मंशा मुताबिक एफआईआर लिखी गई। Singrauli crime
पीड़ित महिला का कहना है कि पहले मुझे लगा कि कई धाराएं लगायी गयी होंगी कुछ लोगों को एफआईआर की कापी पढ़ाया तो उसमें मामूली धाराएं लगाकर पूरे घटनाक्रम की रूपरेखा ही बदल दिया। विधवा महिला ने महिला हेल्प डेस्क प्रभारी पर यह भी आरोप लगाया है कि सब कुछ यह करामात पैसे के बलबूते हुआ है। बैढऩ में एक शिक्षक भी हेल्प डेस्क में चक्कर लगा रहा था। सीसीटीवी फुटेज से सब कुछ पता चल जायेगा और उसके एटीएम बैंक की भी जांच होनी चाहिए। उसने यह भी बताया कि यह पूरा खेला महिला थाना नहीं बल्कि महिला हेल्प डेस्क मेें हुआ है। मुझे यही बताया जा रहा था कि यह महिला थाना है। आज पता चल रहा है कि प्रीति सिंह महिला हेल्प डेस्क प्रभारी हैं। Singrauli crime
बच्चेदानी आई बाहर,चलने में भी असमर्थ
पीडि़त महिला पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंच अपनी फरियाद की है। उसने एसपी के यहां मिलकर पूरे घटना की जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगायी और साथ ही यह भी अवगत कराया गया है कि उमा यादव की मारपीट से हाथ फै्र क्चर हो गया है और मारपीट से बच्चेदानी बाहर आ गयी है। चलने, फिरने व बैठने में भी काफी दिक्कत हो रही है। पीड़ित महिला ने उमा यादव पर सनसनीखेज आरोप लगायी है। उक्त आरोप की धाराएं महिला हेल्प डेस्क के प्रभारी द्वारा नहीं लगाया गया है।
हेल्प डेस्क में ही चल रही थी सौदेबाजी
सूत्र बता रहे हैं कि जब महिला अपने बच्चे व रिश्तेदारों के साथ महिला हेल्प डेस्क पहुंची तो पीछे से मारपीट करने वाला पक्ष भी आ गया। महिला का आरोप है कि कुछ देर बाद अचानक प्रभारी के सुर बदल गये। एक शिक्षक से भारी भरकम रकम की मांग की जा रही थी और वह शिक्षक बैढऩ में ही पदस्थ है और उमा से जुड़ा हुआ है। उसने आरोप लगाया है कि इसमें भारी सौदेबाजी हुई है। जिसके चलते रिपोर्ट दर्ज करने में घुमा फिराकर आरोपी को संगीन धाराओ से बचाने का षड्यंत्र किया गया। Singrauli crime