Chandra Grahan 2023 : (Anisha) सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) के 15 दिन बाद अब साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स (Dr. Radhakant Vats) से आइये जानते हैं चंद्र ग्रहण की तिथि, समय और सूतक काल समेत सभी जानकारिया .
Chandra Grahan 2023 : इस साल कुल 4 ग्रहण लगने जा रहे हैं, जिनमें से 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण होंगे। ग्रहण की एक विशेष धार्मिक मान्यता है। मान्यता के अनुसार जिस स्थान पर चंद्र ग्रहण लगता है, वहां से सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल यानी वह काल जिसमें कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाता है ताकि जातक पर ग्रहण का प्रभाव न पड़े। जानिए 2023 का पहला चंद्र ग्रहण कब लगेगा, भारत से दिखाई देगा या नहीं और इस चंद्र ग्रहण के लिए सूतक काल मान्य है या नहीं।
साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण
इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लगेगा. इस दिन शुक्रवार पड़ रहा है और इस दिन वैशाख पूर्णिमा पड़ रही है जिसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। चंद्र ग्रहण के सही समय की बात करें तो यह 5 मई को रात 8 बजकर 45 मिनट पर होगा और दोपहर 1 बजे के करीब चंद्र पर से ग्रहण हट जाएगा. इस चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 15 मिनट बताई जा रही है। यह उपछाया चंद्र ग्रहण होने वाला है.
सूतक काल लगेगा या नहीं
बड़ा सवाल यह है कि चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल होगा या नहीं। इस साल लगने वाले चंद्र ग्रहण के लिए सूतक काल मान्य नहीं होगा क्योंकि ग्रहण भारत से दिखाई नहीं देगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब ग्रहण लगता है, राहु और केतु की छाया राशि चक्र पर बढ़ने लगती है, जिससे सूतक काल का पालन होता है। इसके अलावा सूतक काल में मंदिरों और धार्मिक स्थलों के पट बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान खाना, सोना और कपड़े सिलना जैसे कई कार्य वर्जित होते हैं। लेकिन यदि सूतक काल नहीं देखा गया तो जातकों पर ग्रहण का अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कहां देखा जा सकता है चंद्र ग्रहण
इस चंद्र ग्रहण को हिंद महासागर, अंटार्कटिका, अटलांटिक, एशिया के कुछ हिस्सों, दक्षिण और पश्चिमी यूरोप अफ्रीका और प्रशांत महासागर से देखा जा सकता है. इसके अलावा, भारत से इस चंद्र ग्रहण को नहीं देखा जा सकता है.