CBI Raid : नई दिल्ली। केंद्र सरकार की सीबीआई एजेंसी भले ही रश्वतखोर अधिकारी कर्मचारियों पर शिकंजा कस रही है बावजूद इसके अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं देशभर में रिश्वत कैंसर जैसा बन गया है। अब शुक्रवार को सीबीआई ने बिल पास करने के लिए आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ राष्ट्रीय तापविद्युत निगम लिमिटेड (एनटीपीसी) के कॉर्पोरेट संचार के वरिष्ठ प्रबंधक विजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया। वह रिश्वत लेने के लिए दिल्ली से मुंबई आया था। सीबीआई की इस कार्यवाही से प्रशासनिक महत्व में हड़कंप मचा है।
बता दे की एनटीपीसी के अधिकारी ने एक विज्ञापन कंपनी के उप निदेशक ने 40 लाख रुपये के बिल पास करने के लिए कुमार द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। सीबीआइ ने गिरफ्तारी के बाद कई घंटे तक पूछताछ चली वहीं अधिकारी के नोएडा स्थित घर की भी तलाशी ली गई। प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया की कार्यवाही के दौरान अधिकारी पसीने से तरबतर हो गया। और सीबीआई अधिकारियों से छोड़ देने की आरजू मिन्नत करने लगा। वहीं अधिकारियों ने उसे सामान्य करते हुए उससे पूछताछ शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि मामले में एक विज्ञापन कंपनी के उप निदेशक ने 40 लाख रुपये के बिल पास करने के लिए कुमार द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद यह कार्यवाही की गई है। CBI Raid
सीबीआइ अधिकारी ने बताया कि विज्ञापन कंपनी ने एनटीपीसी की ओर से अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और पुडुचेरी में बूथ बनाए थे और इसके लिए कंपनी ने 40 लाख रुपये के बिल जमा किए थे। जहां बिल के भुगतान के एवज में अधिकारी 800000 की रिश्वत की मांग कर रहा था। कंपनी ने उप निदेशक ने अपने कर्मचारियों से एनटीपीसी अधिकारी कुमार से बात करने को कहा तो उन्होंने बिना किसी समस्या के बिल पास कराने के लिए पहले 6 लाख रुपये की रिश्वत मांगी और बाद में यह राशि 9.45 लाख रुपये की मांग करने लगे । हालांकि बाद में वह आठ लाख रुपये में काम करने पर सहमति बन गई। शिकायत की पुष्टि होने के बाद सीबीआइ ने मुंबई में जाल बिछाकर कुमार को रिश्वत के पैसे लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। CBI Raid