Ground Report सीधी . रेत खनन के दौरान नियमों को रौंदकर खुलेआम मनमानी का सिलसिला थम नहीं रहा है। कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत गोपद नदी में पोकलेन एक-दो नहीं बल्कि एक दर्जन मशीन लगाकर नदी की बीच धार रेत खनन की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हुई। ग्रामीणों ने बताया कि रेत खनन में मनमानी का आलम यह है कि नदी की बीच धार जानलेवा गड्ढे हो गए हैं। कई स्थानों पर गहराई 12 फिट से भी अधिक है। यह सब पुलिस की सरपरस्ती में बदस्तूर शुरू है।
बता दें कि जिले में सैनिक फूड लिमिटेड कंपनी रेत खनन की मंजूरी मिल जाने के बाद जिले की चार रेत खदानों में तेजी से खनन करना शुरू कर दिया है। बड़ी बात ये है कि अनुमति की शर्तों के मुताबिक गोपद नदी की रेत खदानों में मजदूरों द्वारा ही हाथों से रेत निकाली जा सकती है, लेकिन जल्दी और बड़े पैमाने पर रेत निकालने के लिए ठेकेदार ने खदानों में 8-10 पोकलेन मशीनें उतार दी हैं। इन मशीनों से दिन-रात रेत निकाली जा रही है। Ground Report
वहीं खदानों से रेत लेने के लिए डंपरों की लाइन लगी हुई है। डंपरों की लाइन दूर से दिखाई दे रहीं है। इन डंपरों में पोकलेन मशीनों के माध्यम से एक-एक कर रेत भरी जा रही है। रेत भरे जाने के बाद डंपर, रेत खदान से बाहर निकलते जाते हैं, लाइन में लगे डंपर आगे बढ़ते जाते हैं। इस तरह से खत्म न होने वाली डंपरों की लाइन खदानों में लगी हुई है। रेत खनन के लिए मशीनों पर प्रतिबंध के बावजूद जिले की गोतरा, पोड़ी,निधिपुरी, बारपान और डोल की खदानों में खुलेआम खनन किया जा रहा है। वह भी बिना किसी व्यवधान के। गोपद की रेत खदानों में यह सब तब हो रहा है, जब मशीनों से रेत निकाली जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। Ground Report
यह है प्रावधान
पानी के बीच रेत निकासी नहीं होगी। सूखा स्थान पर ही मशीन से खनन होगा।अवैध खनन और अवैध परिवहन की तरह ही मशीनों से रेत उत्खनन पर भी पेनाल्टी लगाए जाने का प्रावधान है। जितने रेत का उत्खनन मशीन से किया है उसकी कीमत की 25 गुना पेनाल्टी लगाई जा सकती है। लेकिन सेटिंग से मशीनों से गोपद नदी में रेत खनन हो रहा है। गहराई तीन व छह मीटर नदी की इकोसिस्टम से तय होगी।
जिम्मेंदार बेपरवाह
नियमों को ताक पर रखकर हो रहे रेत खनन में खनिज विभाग के खनिज अधिकारी व निरीक्षकों को कार्रवाई करनी चाहिए। सूत्र बताते हैं कि खनिज विभाग हर महीने लाखों रुपए की सुविधा शुल्क लेकर खनिज माफियाओं को रेत उत्खनन की खुली छूट दे रखी हैं। वहीं रेत कारोबारी सभी थाने को भी सुविधा शुल्क देकर सेट किए हुए हैं।