Singrauli News : सिंगरौली। जिले के चितरंगी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बरहट में बीते 15 अगस्त को आशा कार्यकर्ता की लापरवाही के चलते एक मासूम ने जन्म लेने के पहले ही गर्भ में ही आशा कार्यकर्ता के वजह से दम तोड़ दिया। उक्त घटना को लेकर पीड़ित ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है। जहां पीड़ित को बार-बार सीएम हेल्पलाइन कटवाने की धमकी दी जा रही है। बताया जाता है कि आशा कार्यकर्ता की वजह से आए दिन इस तरह के मामले सामने आते हैं।
Singrauli News : गौरतलब होकर मध्य प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृण बनाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था कर रही है। मरीज को उपचार के लिए घर से लेकर अस्पताल तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने के लिए भी एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाता है। बताया जाता है कि 180 डायल करने के बाद घर पर एंबुलेंस धात्री महिलाओं को लेने पहुंचती है। मध्य प्रदेश सरकार गरीबों के कल्याण के लिए ऐसा प्रयास की है लेकिन वास्तव में सरकार की जो मंशा है। उस मंशे पर सरकारी तंत्र सफल होता नहीं दिखाई दे रहा है।
कुछ ऐसा ही मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चितरंगी अंतर्गत ग्राम पंचायत बरहट में देखने को मिला है। बताया जाता है कि बीते 14 अगस्त को जगरनिया पति विजेंद्र कोल उम्र 25 वर्ष निवासी बरहट को अचानक प्रसव पीड़ा का दर्द चालू हुआ। जहां प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला के पति ने एंबुलेंस वाहन को फोन किया। जहां एंबुलेंस वहां समय पर ही 15 अगस्त को सुबह तकरीबन 8 से 9 बजे के बीच बरहट पहुंचा। लेकिन एंबुलेंस वाहन को आशा कार्यकर्ता बबीता विश्वकर्मा के द्वारा अपने घर के पास खड़ा कर लिया गया। और कहां गया कि गर्भवती महिला को हमारे घर तक लेकर आओ तब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चितरंगी चलेंगे। प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को ले जाने में परेशानी हो रही थी। एंबुलेंस वाहन आशा कार्यकर्ता के घर पर खड़ा रहा लेकिन महिला को लाने में असमर्थता जताई गई। Singrauli News
आखिरकार मजबूर होकर महिला के पति ने बोलेरो वाहन से महिला को 15 अगस्त को चितरंगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा। जहां डॉक्टर ने प्रसव कराया तो बच्चा की मौत हो चुकी थी। अगर समय रहते एंबुलेंस वहां पहुच जाता तो शायद महिला को चिकित्सालय लाया गया होता तो बच्चा की मौत न होती। लेकिन आशा कार्यकर्ता की लापरवाही व उदासीनता की वजह से गर्भ में ही बच्चा दम तोड़ दिया। पीड़ित ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी से मांग किया है कि ऐसे भ्रष्ट आशा कार्यकर्ता को तत्काल सेवा से मुक्त किया जाए। अगर इसी तरह लापरवाही और आपसी दुश्मनी को निभाया गया तो पता नहीं कितनी गर्भवती महिलाओं की झोली खाली रह जाएगी। Singrauli News
पीड़ित ने किया सीएम हेल्पलाइन
पीड़ित विजेंद्र कोल निवासी बरहट ने बताया कि आशा कार्यकर्ता की लापरवाही के चलते गर्भ में ही बच्चा की मौत हो गई है। आशा कार्यकर्ता के इस लापरवाही के चलते सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है। जब से सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है। तब से चितरंगी के जिम्मेदार डॉक्टर और आशा कार्यकर्ता के द्वारा सीएम हेल्पलाइन कटवाने के लिए नाजायज तरीके से दबाव बनाया जा रहा है। पीड़ित ने आगे बताया कि हम लोग गरीब हैं। जिसके चलते कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। आशा कार्यकर्ता हमेशा इसी तरीके से अपनी मनमानी करती है। Singrauli News
पीड़ित सीएमएचओ से करेगा शिकायत
पीड़ित विजेंद्र कोल मैं जानकारी में बताया कि आशा कार्यकर्ता बबीता विश्वकर्मा के द्वारा कहा गया था कि मेरे घर पर एंबुलेंस आई है। मेरे घर पर पत्नी को लेकर आओ तो फिर चितरंगी चलेंगे। आशा कार्यकर्ता की पूर्व में भी शिकायत किए थे। जिसके चलते आशा कार्यकर्ता ने मेरे साथ ऐसा किया है। आपसी रंजिश के चलते मेरे पत्नी के गर्भ में ही आशा कार्यकर्ता की लापरवाही के चलते बच्चा की मौत हुई है। जिसकी शिकायत हम जिला स्वास्थ्य अधिकारी से करेंगे।