singrauli news : मेसर्स नारायण इंटरप्राइजेज प्रा.लि. के संचालक द्वारा रिहंद जलाशय ( Rihand Reservoir ) के डूब क्षेत्र में कराया जा रहा है मुरुम का अवैध खनन
singrauli news : सिंगरौली (बलियरी) : सिंगरौली नगर पालिक निगम ( Singrauli Municipal Corporation ) क्षेत्र अंतर्गत वार्ड 38 के बलियरी में एन.टी.पी.सी. विंध्याचल का दो राखड़ बांध क्रमशः 4A और 4B लगभग 500 एकड़ क्षेत्र में स्थापित है।
एन.टी.पी.सी. विंध्याचल द्वारा राखड़ बांध क्रमांक 4A और 4B के द्वितीय चरण का निर्माण कार्य मेसर्स नारायण इंटरप्राइजेज प्रा.लि. को लगभग 5-5 करोड़ों में ठेका दिया गया है राखड़ बांध क्रमांक 4A के द्वितीय चरण के निर्माण कार्य से ही उक्त फर्म अपने क्रिया-कलापों को लेकर विवादों में रहा है. singrauli news
उक्त एजेंसी द्वारा जहां एक तरफ एन.टी.पी.सी. विंध्याचल के अधिकारियों के आंखों में धूल झोंक कर निर्माण कार्य घटिया स्तर का किया गया है वहीं दूसरी तरफ फर्म के संचालक द्वारा राखड़ बांध क्रमांक 4A के द्वितीय चरण के निर्माण में भारी मात्रा में लगने वाले मुरूम को रिहंद जलाशय के डूब क्षेत्र से अवैध खनन कर बांध के निर्माण कार्य में उपयोग किया गया था।
चोर चोरी से जाए हेरा फेरी से न जाए
पिछले वर्ष 2022 में मेसर्स नारायण इंटरप्राइजेज प्रा.लि. के द्वारा राखड़ बांध क्रमांक 4A के द्वितीय चरण के निर्माण के दौरान चार हाईवा और एक पी.सी. मशीन की मदद से रिहंद जलाशय के डूब क्षेत्र से भारी मात्रा में अवैध खनन कर मुरूम निकाला गया था। मीडिया में उक्त अवैध खनन ( Illegal mining in the media ) के प्रकाशन के बाद सिंगरौली खनिज विभाग ने अवैध खनन स्थल पर छापामार कार्रवाई कर 4 नए हाईवा वाहन को जप्त कर लिया था. singrauli news
छापामार कार्यवाही के दौरान मेसर्स नारायण इंटरप्राइजेज प्रा.लि. ( M/s Narayan Enterprises Pvt. ) के संचालक पी.सी. मशीन को लेकर भागने में सफल हो गया था। वर्ष 2022 में खनिज विभाग द्वारा उपरोक्त फर्म द्वारा किए गए अवैध खनन पर लगभग 15 से 20 लाख का जुर्माना किया गया था।
किंतु आज एक बार पुनः मेसर्स नारायण इंटरप्राइजेज प्रा.लि. के ठेकेदार द्वारा राखड़ बांध क्रमांक 4A के द्वितीय चरण के निर्माण अंतर्गत बांध के ऊपर लगभग 6 मीटर चौड़ी डब्ल्यू.बी.एम.(WBM) सड़क का निर्माण किया जा रहा है उक्त सड़क के निर्माण में लगने वाले मुरूम को ठेकेदार द्वारा एक बार फिर से रिहंद जलाशय के डूब क्षेत्र से अवैध खनन कर निकाला जा रहा है.
अगर वक्त रहते खनिज विभाग जागरूक नहीं होता है तो मेसर्स नारायण इंटरप्राइजेज प्रा.लि. जैसे फर्म इसी तरह बिना किसी डर के खनिज की चोरी करते रहेंगे और खनिज विभाग को लाखों रुपए राजस्व का चूना लगाते रहेंगे।