Singrauli news : पेयजल संकट (drinking water crisis) से निपटने के लिए पीएचई विभाग ने एक स्किम के तहत पंचायतों (Panchayats) को एक हार्सपावर का मोटरपम्प (horse power motor pump) सिंगल फेस उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। प्रस्ताव में पंपों के देख-रेख एवं जलापूर्ति कराने का जिम्मा ग्राम पंचायत का ही रहेगा।
Singrauli news : सिंगरौली 11 अप्रैल। ग्रामीण अंचलों में पेयजल समस्या से निपटने के लिए संभवत: पहली बार जिला प्रशासन एवं पीएचई अमला ठोस योजना बनाया है। इस योजना के तहत यदि किसी गांव के टोले, मोहल्ले में पेयजल संकट है तो उसे निपटने के लिए ग्राम पंचायत प्रस्ताव दे और सिंगल फेस एक हार्सपावर का पम्प ले जाकर पानी की सप्लाई करें। वहीं बिगड़े हुए हैण्डपम्पों तथा स्वीकृत नलकूपों का उत्खनन भी तेजी के साथ कराया जा रहा है।
गौरतलब हो कि जिले के सुदूर पहाड़ी इलाका बगदरा सहित अन्य क्षेत्रों में गर्मी शुरू होते ही भू-जल स्तर नीचे खिसक जाने के कारण पेयजल की स्थिति काफी भयावह हो जाती है। राजस्व मण्डल कोरावल के दर्जनों गांवों में अभी से पेयजल संकट की स्थिति निर्मित होने लगी है। इस पेयजल संकट से निपटने के लिए सांसद, विधायक जहां गंभीरता से लेते हुए निदान के लिए संबंधित अधिकारी, कर्मचारियों को लगातार निर्देशित करते आ रहे हैं। वहीं कलेक्टर अरूण कुमार परमार ने भी कार्यपालन यंत्री पीएचई को ठोस योजना बनाने के लिए निर्देशित किया है। ताकि आगामी दिनों में पेयजल संकट की स्थिति निर्मित न हो। बताया जा रहा है कि पेयजल संकट से निपटने के लिए पीएचई विभाग ने एक स्किम के तहत पंचायतों को एक हार्सपावर का मोटरपम्प सिंगल फेस उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। प्रस्ताव में पंपों के देख-रेख एवं जलापूर्ति कराने का जिम्मा ग्राम पंचायत का ही रहेगा।
फिलहाल अभी इस स्कीम के तहत पंचायतों से कोई प्रस्ताव नहीं आया है। पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री ने इस संबंध में पंचायतों को भी पत्राचार किया जा रहा है। यहां बताते चलें कि इस वर्ष भी अल्प बारिश के चलते भू-जल स्तर काफी नीचे खिसक गया है और पहाड़ी इलाकों में अधिकांश जल स्त्रोत सूखने लगे हैं। जिसके कारण पेयजल स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है। फिलहाल जिले में पेयजल संकट को दूर कराने के लिए संभवत: पहली दफा प्रशासन गंभीर नजर आया है। यदि प्रशासन के दावे में दम रहा तो पहाड़ी इलाकों में गर्मी के सीजन में पेयजल संकट से ज्यादा लोगों को नहीं जूझना पड़ेगा। वर्ना अन्य वर्षों की भांति इस वर्ष भी सुदूर पहाड़ी इलाकों के ग्रामीण एक बाल्टी भर पानी के लिए इधर-उधर कई किलोमीटर दूर तक भटकते नजर आयेंगे। Singrauli news
बिगड़े हैण्डपम्पों को सुधारने के लिए छ: टीमें तैनात
जानकारी के मुताबिक जिले के बिगड़े हैण्डपम्पों को सुधारने के लिए पीएचई विभाग युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। सिंगरौली के पीएचई कार्यपालन यंत्री टीएस बरकड़े ने बताया कि देवसर, चितरंगी एवं बैढऩ ब्लाक में अलग-अलग कुल छ: वाहन व टीमें भेजा गया है। जैसे ही हैण्डपम्पों के खराब होने की जानकारी मिलती है तत्काल वहां सुधार करा दिया जा रहा है। जरूरत के अनुसार राइजर पाइप भी बदला जा रहा है। उन्होंने माना है कि पहाड़ी इलाकों में पेयजल संकट की स्थिति खराब है। भू-जल स्तर काफी नीचे होने के कारण यह दिक्कतें आ रही हैं। फिर भी विभाग का पूरा प्रयास है कि लोगों को गर्मी के इस महीने में पेयजल संकट से जूझना न पड़े इसके लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। Singrauli news
बगदरा क्षेत्र में डेढ़ सौ से अधिक हैण्डपम्पों के उत्खनन की मिल चुकी है मंजूरी
जानकारी के मुताबिक चितरंगी के सुदूर इलाका बगदरा क्षेत्र में पिछले वर्षों में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड से नये हैण्डपम्पों के उत्खनन किये जाने की मंजूरी मिली थी। पीएचई विभाग के अनुसार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव के अनुसार डेढ़ सौ से अधिक हैण्डपम्पों के उत्खनन की स्वीकृति मिल चुकी है। बोरवेल की दो मशीने बगदरा क्षेत्र में हैं। तकरीबन तीन दर्जन हैण्डपम्पों का खनन हो चुका है। 125 हैण्डपम्पों का और खनन कराया जाना है। जिसका काम तेजी से किया जा रहा है ताकि अपै्रल महीने के अंदर नलकूपों का खनन कार्य पूरा किया जा सके। Singrauli news