Urban body elections will decide the scale of Shivraj Singh’s – इस बार सीएम शिवराज सिंह के आने पर लोगों में वह उत्साह नहीं दिखा जो अमूमन देखा जाता है.
इससे अंदाजा लगा रहे हैं कि क्या सीएम शिवराज की लोकप्रियता में कमी आई है हालाकी इस बात की पुष्टि नगरी निकाय चुनावों के परिणामों के बाद जरूर हो जाएगा. Shivraj Singh
सिंगरौली – नगरीय निकाय चुनाव के मतदान को महज 5 दिन और बचे हैं ऐसे में पार्टियां अपनी पूरी ताकत प्रचार प्रसार में झोंक दी है इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान का सिंगरौली दौरा है. वह आज शाम 5:00 बजे मोरवा के एनसीएल ग्राउंड पहुंचेंगे. मोरवा से सीएम का रोड शो शुरू होगा जो मोरबा के मुख्य मार्गों से होते हुए जयंत, निगाही ,नवानगर ,माजन मोड़,बिलौजी, मस्जिद तिराहा होते हुए विंध्य नगर में खत्म होगा लेकिन इस बार सीएम शिवराज सिंह के आने पर लोगों में वह उत्साह नहीं दिखा जो अमूमन देखा जाता है. Shivraj Singh
बता दें कि शिवराज के राज्य में सिंगरौली जिले को समस्याओं से जूझना पड़ा है यहां के लोग प्रदूषण शुद्ध जल सीवरेज सड़क बिजली की समस्याओं से जूझ रहे हैं जबकि नगर निगम में भाजपा का ही महापौर था बावजूद उनका दावा है कि उनके खिलाफ कोई विरोधी लहर नहीं है. इसका सबूत भी है कि वह लगातार चौथी बार जीतकर मुख्यमंत्री बने हैं. अब अगर वास्तव में चंद्र प्रताप विश्वकर्मा महापौर सीट पर विजय हासिल करते हैं तो निश्चित तौर पर इसे शिवराज सिंह चौहान की जीत मानी जाएगी और यह बीजेपी के लिए बहुत बड़ा संकेत होगा. Shivraj Singh
नगर निगम की अव्यवस्थाओं से लोग नाराज
विश्लेषक और राजनीतिक लोग ये दावा करते हैं कि बीजेपी इस बार नगरी निकाय में चुनाव हार सकती है. तर्क यह दिया जा रहा है कि नगर निगम में भाजपा को 5 साल पूरे हो गए हैं. लेकिन अभी भी व्यवस्था म कुछ खास सुधार नहीं हुए हैं. आज भी लोगों को मीठा पानी नहीं मिल पाया है तो वही सीवरेज के काम में इस कदर भ्रष्टाचार हुआ कि आज तक यह योजना जमीन पर नहीं उतर पाई वहीं इसी सीवरेज से अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन जिम्मेदारों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिसका खामियाजा इस चुनाव पर देखा जा सकता है. Shivraj Singh
टिकट बंटवारे पर भी भाजपा तीन धड़ो पर बटा
राजनीतिक लोगों का दावा है कि सिंगरौली जिले में बहुसंख्यक समाज साहू और ब्राह्मण हैं. इन्हें दोनों समाज के लोगों ने दावेदारी की थी लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने इन दावों को खारिज करते हुए महापौर प्रत्याशी घोषित कर दिया जिसके बाद से बहुसंख्यक समाज नाराज चल रहा है कहा जा रहा है कि भाजपा में रहते हुए यह दोनों बहुसंख्यक समाज भितरघात करेंगे और भाजपा प्रत्याशी को हराकर अपने आक्रोश का बदला लेंगे हालांकि भाजपा डैमेज कंट्रोल करने के लिए मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक जिले में पहुंच रहे हैं लेकिन देखने वाली बात होगी की यह बड़े नेता पार्टी के असंतुष्ट नेताओं को कैसे संतुष्ट करते हैं. Shivraj Singh