Cheetah in MP:अफ्रीका के नामीबिया से आए चीते श्योपुर के कूनो में पहुंच गए हैं। इन्हें नामीबिया से विशेष विमान से लाया गया। इसके बाद उन्हें एयरफोर्स के चिनूक हेलीकाप्टर से कूनाेे ले जाया गया। प्रधानमंत्री भी ग्वालियर से कूनो पहुँच गये हैं और चीतों को रिलीज कर दिया हैं. Cheetah in MP
Cheetah in MP: ग्वालियर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं, आज पूरा देश एक ऐतिहासिक घटना का साक्षी बनेगा. नामीबिया (Namibia) से लाए गए चीते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कुनो नेशनल पार्क में छोड़ दिए.
पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर अफ्रीकी चीतों को छोड़ा. यह चीते (Cheetahs) एक विशेष मालवाहक विमान में उड़ान भरकर आज सुबह मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वलियर पहुंचे. इन बिग कैट्स (चीतों) को दो हेलीकॉप्टरों से मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में उनके नए घर कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में भेजा गया. दिल्ली से ग्वालियर होकर नेशनल पार्क पहुंचे पीएम मोदी ने उन्हें वहां छोड़ दिया.Cheetah in MP
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने 72वें जन्मदिन पर सभी अफ्रीकी चीतों का खुद स्वागत किया और उन्हें अभ्यारण्य में छोड़ दिया.चीताें के भारत आने का काउंटडाउन शुरू हाे चुका है। चीतों को लेकर टेराएविया की स्पेशल फ्लाइट क्रमांक टीवीआर 4724 ने नामीबिया से ग्वालियर के लिए उड़ान भरी है। जिम्बाबे, तंजानिया, सोमालिया, केन्या की वायुसीमा से उड़ते हुए विमान अरब सागर के ऊपर करीब चार घंटे रहेगा। गुजरात की ओर से देश में प्रवेश करते हुए ग्वालियर के एयरबेस पर सुबह करीब सात बजे लैंड किया है.
फ्लाइट में चीताें काे पूरी सतर्कता के साथ कैज में रखा गया है। यह विमान ग्वालियर में सुबह 6 बजे उतरेगा, जहां कलेक्टर काैशलेंद्र विक्रम सिंह और एसएसपी अमित सांघी माैजूद रहेंगे। इसके बाद चीताें काे श्याेपुर के कूनाे नेशनल पार्क ले जाया जाएगा, इसके पूर्व ग्वालियर एयरपाेर्ट पर उनका चेकअप भी किया गया हैं.Cheetah in MP
बता दे कि वन्य जीवों (wildlife) को बचाने के मोदी सरकार (Modi government) के प्रयास रंग ला रहे हैं और इस प्रयास को आज अमली जामा पहना दिया गया हैं.सन 2014 में भारत में संरक्षित क्षेत्र का क्षेत्रफल भारत के कुल भूभाग का 4.9 प्रतिशत था. यह अब यह बढ़कर 5.03 प्रतिशत हो गया है. वन एवं वृक्ष का क्षेत्र पिछले चार वर्षों में 16 हजार वर्ग किलोमीटर बढ़ा है.
भारत दुनिया के उन चंद देशों में से है जहां वन क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है. देश में समुदायों के लिए आरक्षित क्षेत्रों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. सन 2014 में 43 कम्युनिटी रिजर्व थे जो 2019 में 100 से भी अधिक हो गए. भारत में 18 राज्यों के करीब 75 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 52 टाइगर रिजर्व हैं. बाघों की दुनिया की 75 प्रतिशत आबादी भारत में है.Cheetah in MP
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को संबोधित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्योपुर के कराहल पहुंचकर स्व सहायता समूह की महिलाओं को संबोधित किया. स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को संबोधन मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा वर्ष 2012 से ग्रामीण गरीब परिवार की महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिये स्व-सहायता समूह बना कर उनके संस्थागत विकास तथा आजीविका के संवहनीय अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं.Cheetah in MP
मिशन द्वारा प्रदेश में अब तक 45 हजार ग्रामों में लगभग 3 लाख 87 हजार स्व-सहायता समूहों का गठन किया गया है. प्रदेश में लगभग 43 लाख 47 हजार परिवार की महिलाओं को स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जा चुका है. ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका गतिविधियों को और सुदृढ़ करने के लिये पिछले वर्ष लगभग 1500 करोड़ रूपये का ऋण बैंकों के माध्यम से बहनों को प्राप्त हुआ है. इस वर्ष यह लक्ष्य पिछले वर्ष का दोगुना लगभग 3000 करोड़ रूपये कर दिया गया है.Cheetah in MP
एमपी गजब है सबसे अजब है
जानवरों के मामले में मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट के बाद अब तेंदुआ स्टेट भी बना. मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बाघ 526, सबसे ज्यादा तेंदुए 3421, अब 8 टाइगर, प्रदेश में जंगल 30 प्रतिशत से अधिक -राष्ट्रीय उद्यान 10, टाइगर रिजर्व 6, वन्य जीव अभ्यारण 25 घड़ियाल और वल्चर भी मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा.प्रधानमंत्री काे पीएमओ से कनेक्ट रखने के लिए एक हाॅट लाइन भी डाली जाएगी। इसके साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए 3000 से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे। 20 बिस्तर का अस्थायी अस्पताल भी बनाया जाएगा.Cheetah in MP
प्रगति पर बढ़ना होगा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां एशियाई शेरों की संख्या में भी बड़ा इजाफा हुआ है. इसी तरह, आज गुजरात देश में एशियाई शेरों का बड़ा क्षेत्र बनकर उभरा है. इसके पीछे दशकों की मेहनत, research-based policies और जन-भागीदारी की बड़ी भूमिका है. Tigers की संख्या को दोगुना करने का जो लक्ष्य तय किया गया था उसे समय से पहले हासिल किया है.Cheetah in MP
असम में एक समय एक सींग वाले गैंडों का अस्तित्व खतरे में पड़ने लगा था, लेकिन आज उनकी भी संख्या में वृद्धि हुई है. हाथियों की संख्या भी पिछले वर्षों में बढ़कर 30 हजार से ज्यादा हो गई है. आज देश में 75 wetlands को रामसर साइट्स के रूप में घोषित किया गया है, जिनमें 26 साइट्स पिछले 4 वर्षों में ही जोड़ी गई हैं. देश के इन प्रयासों का प्रभाव आने वाली सदियों तक दिखेगा, और प्रगति के नए पथ प्रशस्त करेगा.Cheetah in MP
वन मंत्री शाह ने बताया कि जाे चीता लाए जाएंगे, उनकाे शुरुआत में 5 वर्ग किलोमीटर में बने जाे 10 छाेटे-छाेटे बाड़े बनाए गए हैं, उनमें क्वारंटाइन किया जाएगा. दाे से तीन सप्ताह क्वारंटाइन करने के बाद इनकाे बड़े बाड़े में छाेड़ा जाएगा। वहां से एक माह के बाद इन्हें जंगल में छाेड़ा जाएगा. उन्हाेंने बताया कि बाड़े में नर चीता दाे के समूह में रहेंगे, जबकि मादा चीता 4 अलग अलग बाड़े में रहेंगी.Cheetah in MP
वन मंत्री शाह के अनुसार, कूनाे नेशनल पार्क से चीता लेने के लिए काेई विशेषज्ञ साउथ अफ्रीका और नामीबिया नहीं जाएगा. श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में पीएम मोदी ने चीतों को छोड़ दिया है. इस दौरान सीएम शिवराज ने ताली बजाकर चीतों का स्वागत किया. कूनों नेशनल पार्क में अब यह चीते अगले 30 दिनों तक क्वारीनटीन रहेंगे. चीतों के लिए क्वारंटाइन बाड़े में पानी के होज बनाए गए हैं, इसके अलावा भी चीतों के हिसाब से यहां सभी सुविधाएं बनाए गए हैं.Cheetah in MP