Rewa : रीवा — मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत मानस भवन में जिला प्रशाासन तथा जिला रेडक्रास समिति द्वारा दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ सांसद श्री जनार्दन मिश्रा तथा पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा श्री राजेन्द्र शुक्ल ने किया।
कार्यक्रम में शेल्वी हास्पिटल जबलपुर द्वारा आयोजित नि:शुल्क जांच एवं उपचार शिविर में 310 रोगियों की जांच की गई. Rewa
समारोह में सांसद श्री मिश्र ने कहा कि गत वर्ष जिले में 5 करोड़ रुपए के कृत्रिम उपकरण लगभग 8 हजार दिव्यांगों को वितरित किए गए थे। आज प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के जन्मदिन पर 107 दिव्यांगों को कृत्रिम उपकरणों का उपहार मिला है।
दिव्यांगों की सेवा करना ही सबसे बड़ी पूजा है। समारोह में पूर्व मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के जन्म दिवस से आज पूरे जिले में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान का शुभारंभ हुआ है। इसके लिए प्रशासन ने बहुत अच्छी व्यवस्था की है। पात्र हितग्राहियों का चयन कर योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। लगभग डेढ़ महीने के इस अभियान से हर पात्र हितग्राही तक योजनाओं का लाभ अवश्य पहुंचेगा. Rewa
प्रधानमंत्री श्री मोदी सदैव गरीबों के कल्याण के लिए प्रयासरत रहते हैं, जिसके कारण वे विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं। उनका जन्मदिन प्रदेश के हजारों गरीबों, मजदूरों, किसानों तथा वंचित वर्ग के लोगों के लिए योजनाओं के हितलाभ का उपहार लेकर आया है। Rewa
समारोह में प्रभारी संयुक्त संचालक अनिल दुबे ने दिव्यांग शिविर में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। समारोह में नि:शुल्क शिविर लगाने वाले शेल्वी हास्पिटल के चिकित्सकों डॉ अमित जय कुमार जैन, डॉ एन ओमप्रकाश सिंह, डॉ मालती भगत, डॉ अवनि अग्रवाल तथा चिकित्सा दल के अन्य सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. Rewa
समारोह में कलेक्टर मनोज पुष्प, आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, सचिव जिला रेडक्रास समिति डॉ विनोद श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष डॉ एके खान, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास प्रतिभा पाण्डेय तथा बड़ी संख्या में दिव्यांग उपस्थित रहे. Rewa
Singrauli : सिंगरौली नगर निगम आयुक्त की हृदय गति रुकने से हुई मौत, बैठक में काम के दबाव का किया था जिक्र
Singrauli : सिंगरौली । नगर निगम कमिश्नर आरपी सिंह की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। रात में करीब साढ़े 10 बजे सरकारी बंगले पर उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ। जहां पड़ोस में रहने वाले निगम अधिकारी उन्हें आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंच पाते की रास्ते में ही उनकी धड़कने रुक गई। अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। Rewa
बता दें कि नगर निगम कमिश्नर आरपी सिंह को खुद के आवास में गुरुवार की रात करीब 10:30 बजे अचानक सीने में दर्द हुआ था.नगर निगम कर्मचारियों की माने तो कमिश्नर आरपी सिंह करीब 1 सप्ताह से अधिक काम के चलते बहुत दवा में थे।निगम में गुरुवार को ही शाम छह बजे से रात नौ बजे तक चली बैठक में भी उन्होंने यह बात सार्वजनिक तौर पर कही थी। Rewa
बताया गया कि रात करीब सवा नौ बजे बैठक खत्म होने के बाद वह निगम कार्यालय से पैदल ही टहलते हुए अपने सरकारी आवास के लिए चल दिए.
जहां एक किलोमीटर दूर बिलौंजी में स्थित अपने सरकारी आवास पहुंचे। उन्होंने वाहन चालक से आवास पहुंचने को कहा और पैदल ही टहलते हुए खुद बंगले पर पहुंचे।
बंगले पर कार्यरत कर्मी ने बताया कि करीब साढ़े 10 बजे भोजन के दौरान ही उन्हें बेचैनी महसूस हुई। आवास में चपरासी से पानी और दवा मांगा और बगल में रहने वाले निगम के कार्यपालन यंत्री व्ही.पी उपाध्याय को बुलाने को कहा। Rewa
मिली जानकारी के अनुसार चपरासी से जानकारी लगते ही कार्यपालन यंत्री दूसरे अधिकारियों को फोन करते हुए तत्काल आयुक्त आवास पहुंचने के लिए कहा वह खुद गनियारी स्थित बंदना अस्पताल ले गए. Rewa
लेकिन इस बीच कमिश्नर की तबीयत और ज्यादा बिगड़ती गई संभावना जताई जा रही है कि कमिश्नर को दूसरी बार ह्रदय आघात आया और उनकी धड़कनें रुक गई यह सब इतनी जल्दी हुआ कि अधिकारी आयुक्त के परिवार वालों तक को सूचित नहीं कर पाए जबकि आवास और अस्पताल की दूरी करीब 2 किलोमीटर की है. अटैक इतना तेज था कि अस्पताल पहुंचने तक का उन्हें वक्त नहीं मिला. Rewa
बता दें कि नगर निगम कमिश्नर मूल रूप में रीवा जिले के बीड़ा सेमरिया गांव के निवासी हैं और उनका परिवार रीवा में ही रह रहा है। परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है। बड़े बेटे जन्मेजय सिंह व बेटी की शादी हो चुकी है जबकि छोटा बेटा आशुतोष अभी अविवाहित है. कमिश्नर के मौत की खबर की जानकारी लगते ही परिजन सिंगरौली पहुंचे और शव को रीवा ले जाया गया। Rewa
अंतिम संस्कार रीवा में ही किया जाएगा। आयुक्त के मौत की खबर से पूरा निगम अमला, कलेक्टर, एसपी, निगम अध्यक्ष व महापौर सहित अन्य दूसरे अधिकारी अस्पताल पर पहुंच गए. गुरुवार के दिन कमिश्नर के साथ जिन अधिकारियों ने काम किया था उन्हें यह यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा था कि कमिश्नर अब इस दुनिया में नहीं रहे. Rewa
यह दूसरा अटैक, हो चुकी थी सर्जरी
पहले अटैक में हुई थी बाईपास सर्जरी, यह दूसरा अटैक
आरपी सिंह सिंगरौली में जुलाई 2020 में स्थानांतरण होकर आए थे हालांकि उनका यह कार्यकाल विवादों के बीच खत्म हुआ. इससे पहले वर्ष 20 दिसंबर 2016 तक इस पद पर रहे। वर्ष 2016 में दिसंबर के दूसरे सप्ताह में उन्हें हार्ट अटैक का दौरा पड़ा था. Rewa
इस दौरान उनकी बायपास सर्जरी भी हुई थी। पहले अटैक के बाद ही उनका यहां से स्थानांतरण हो गया था। इसके बाद जुलाई 2020 में स्थानांतरित होकर दोबारा वापस सिंगरौली लौटे।
यह दूसरा अटैक था, जिसे वह सहन नहीं कर सके। उनके निधन से उनके जानने वालों व रिश्तेदारों मे शोक की लहर दौड़ गई है. Rewa