सिंगरौली 8 अक्टूबर। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के मजदूरी भुगतान में लाख, दो लाख नहीं करोड़ों रूपये का घपला कई रोजगार सहायक सचिवों के द्वारा किये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है। इसका खुलासा इन दिनों जिले में आयोजित हो रहे मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान शिविर में हितग्राही कर रहे हैं। शिविर में करीब 25 से 30 प्रतिशत शिकायतें इसी से जुड़ी रहती हैं। अधिकारी भी इन शिकायतों को देखकर फाइल के पन्नों के नीचे दबा दे रहे हैं, ताकि भेद न खुल सके और रोजगार सहायकों से वसूली का एक माध्यम बन जाय।
वहीं सबसे सनसनीखेज मामला प्रधानमंत्री आवास के पारिश्रमिक भुगतान का आया है। सूत्र बता रहे हैं कि कई रोजगार सहायकों ने आवासों के मजदूरी भुगतान हितग्राहियों एवं मजदूरों के खाते में न भेजकर स्वयं या अपने रिश्तेदार,परिवारजनों के खाते में राशि हस्तांतरण कराने में सफल हो गये हैं। इसका भण्डाफोड़ अब धीरे-धीरे होने लगा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अति महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के शिविर के दौरान ऐसी शिकायतें लगातार पहुंच रही हैं। शिकायतों की संख्या देखकर शिविर में पहुंचने वाले अधिकारी भी हदप्रद हैं.
चर्चाएं यहां तक हैं कि इन दिनों जारी शिविरों में 25 से 30 फीसदी शिकायतें प्रधानमंत्री आवास लंबित मजदूरी भुगतान से जुड़ी रहती हैं। इस दौरान हितग्राही जहां शिविर में अधिकारियों को फरियाद सुनाकर लंबित मजदूरी भुगतान कराये जाने की मांग करते हैं तो वहीं दूसरी ओर शिविरों में मौजूद पंचायत के कथित रोजगार सहायक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के समक्ष गोलमाल जबाव देकर बचने का प्रयास कर रहे हैं। हैरानी की बात है कि इस शिविर में आवास मजदूरी संबंधी मिलने वाली शिकायतों को अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। बल्कि चर्चाएं हैं कि इसी शिकायतों के आड़ में कथित रोजगार सहायकों से बेजा वसूली करने का एक माध्यम भी मिल जा रहा है। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना के मजदूरी भुगतान में किये जा रहे गड़बड़ झाला को लेकर विभागीय अधिकारियों की चुप्पी साध लेना हितग्राहियों के गले से बात नही उतर रही है.
आवास अधूरे,सीसी जारी,अधिकारी अंजान
जिले के देवसर,चितरंगी,बैढऩ जनपद क्षेत्र में वर्ष 2021-22 व 2022-23 में स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास के करीब 25 फीसदी आवास अभी भी निर्माणाधीन हैं। कुछ पंचायतों के रोजगार सहायकों ने अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में आवास के हितग्राहियों को झटका दिया है। सूत्र बताते हैं कि रोजगार सहायकों ने गुप चुप तरीके से आवास पूर्ण होने की जानकारी दे दिया। जबकि कई आवासों का अभी भी छत का कार्य अधूरा है। यह सब काला कारनामा अपै्रल-मई के महीने में रोजगार सहायकों ने किया है। अब आयोजित हो रहे शिविरों में रोजगार सहायकों के काले करतूतों का धीरे-धीरे भण्डाफोड़ होने लगा है।
रोजगार सहायकों के बैंक अकाउंट की हो जांच
गौरतलब हो कि जिले मे वर्ष 2016 से लेकर अब तक तकरीबन 92600 से अधिक आवास बनाये जाने की मंजूरी सरकार से मिली है। जिसमें अभी तक करीब 66 हजार से अधिक प्रधानमंत्री आवासों के कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं। हालांकि प्रधानमंत्री आवास योजना के भवनों का कार्य कागजों में ज्यादा हुआ है। इन आंकड़ों में से करीब 25 प्रतिशत आवास अभी भी अधूरे पड़े हुए हैं। सूत्र बताते हैं कि अपै्रल-मई महीने में जिला पंचायत अधिकारियों के दबाव के चलते अधिकांश रोजगार सहायकों ने आवास का कार्य पूर्ण दिखाकर फोटो टैग कर दिया। जिसके चलते सैकड़ों की संख्या में आवास धरातल में अधूरे हैं और कागजों में पूर्ण कर लिये गये हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना में कई रोजगार सहायकों द्वारा व्यापक पैमाने पर हितग्राहियों को चूना लगाने का काम किया है। आवास का मजदूरी भुगतान का मस्टर रोल अपने परिवारजनों व सांठ-गांठ वाले मजदूरों का नाम लिखकर उसका पारिश्रमिक भुगतान हड़प लिया है। ऐसी पंचायतों की संख्या दो-चार नहीं है बल्कि सैकड़ा पार है। कथित रोजगार सहायकों के काले करतूतों की जानकारी जनपद के अधिकारियों को भली-भांति है, लेकिन कमीशनखोरी के चक्कर में जिम्मेदार अधिकारी भी अंजान बन जा रहे हैं। जिसका भरपूर फायदा रोजगार सहायक उठा रहे हैं।
Singrauli News: घर में सो रहे युवक की धारदार हथियार से निर्मम हत्या,विन्ध्यनगर थाना क्षेत्र के नवजीवन विहार सेक्टर नं.2 का मामला, जांच में जुटी पुलिस
सिंगरौली 8 अक्टूबर। विन्ध्यनगर थाना क्षेत्र के नवजीवन विहार सेक्टर नं.2 में घर में सो रहे एक 35 वर्षीय युवक की किसी ने धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी। घटना की सूचना पर मौके पर सीएसपी देवेश पाठक व विन्ध्यनगर थाना प्रभारी शंखधर द्विवेदी पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लेते हुए शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक थाना प्रभारी विन्ध्यनगर शंखधर द्विवेदी को आज शनिवार की सुबह तकरीबन 8 बजे सूचना मिली की नवजीवन विहार सेक्टर नं.2 निवासी तेजबली कोल पिता स्व.बसंतलाल कोल का शव उसके ही घर में खून से लथपथ हालत में पड़ा हुआ है। घटना की सूचना पर थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले से अवगत कराते हुए सीएसपी देवेश पाठक के साथ मौके से पहुंच घटना स्थल का जायजा लिये। साथ ही एफएसएल की टीम बुलाकर स्थल का मौका मुआयना कराया गया।
तत्संबंध में टीआई शंखधर द्विवेदी ने बताया कि युवक की किसी धारदार हथियार से गला काटा गया है। प्रथम दृष्टया की जांच में ऐसा लग रहा है। हत्या के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के उपरांत व हर पहलुओं पर जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि हत्या के पीछे क्या कारण है।
छत का खुला था दरवाजा
मामले के संबंध में थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि घर का दरवाजा अंदर से तो बंद था और घर में पत्नी, बच्चे सहित मृतक की मॉ मौजूद थी। लेकिन जांच के दौरान यह पाया गया कि घर के छत का दरवाजा खुला हुआ था। शायद किसी ने छत के रास्ते घुसकर युवक के कमरे में पहुंच धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी है। साथ ही धारदार हथियार चाकू भी बिस्तर के नीचे से बरामद हुआ है।
परिवारजनों पर घूम रही पुलिस के शक की सुई
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक के हत्या की सुई परिवारजनों पर ही घूम रही है। जानकारी के मुताबिक युवक प्रतिदिन शराब का सेवन करने के उपरांत घर के सदस्यों के साथ जहां आये दिन विवाद करता था वहीं रात में सोते समय अपने साथ धारदार हथियार भी रखता था। कल भी वह शराब के नशे में था जिसके बाद घर में भाई व अन्य परिवारजनों के साथ बातचीत हुई थी। जिससे अब पुलिस को मृतक के परिवारजनों के ऊपर ही संदेह हो रहा है। टीआई शंखधर द्विवेदी का कहना है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा करेंगे।