दमोह – 17 अप्रैल को दमोह विधानसभा में उपचुनाव संपन्न होते ही कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया गया हैअब संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। अब चुनाव खत्म हो गया है और दमोह में भी कोरोना कर्फ्यू लागू होने के साथ कोरोना बेकाबू हो गया है। इसे लेकर कलेक्टर ने गाइडलाइन जारी कर दिया है। वहीं, उपचुनाव के दौरान पूर्व सीएम, दो विधायक समेत कुल 91 नेता कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है पूर्व सीएम सहित विधायकों के संपर्क में आने वाले लोग खुद को होम आइसोलेट कर लिए हैं।
बता दे कि कोरोना संक्रमण के बीच दमोह में नेताओं ने धुआंधार सभाएं व रैलियां कर प्रचार किया था। इस दौरान पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह संक्रमित हो गए हैं। साथ ही बीजेपी और कांग्रेस के एक-एक विधायक भी संक्रमित हुए हैं। इसके अलावे कई स्थानीय नेता भी इसकी चपेट में आए हैं। बताया जा रहा है कि नेताओं के संक्रमित होने की वजह से उनके परिवार के दूसरे सदस्य भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। इसके बाद जिले में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज हो गई है। सूत्रों की माने तो टेस्टिंग कम होने की वजह से पॉजिटिवो की संख्या कम आ रही है यदि टेस्टिंग बढ़ जाए तो हालत गंभीर हो जाएगी।
प्रशासनिक अधिकारियों को बखूबी पता है कि यहां कोरोना संक्रमण बेकाबू हो चुका है इसीलिए उपचुनाव का मतदान होते ही दमोह जिले में 19 अप्रैल से लेकर 26 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस दौरान मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। धार्मिक, राजनैतिक और अन्य प्रकार के जुलूस आदि निकालने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रेहगा। शराब की दुकानें और बार कोरोना कर्फ्यू के दौरान पूरी तरह से बंद रहेंगे। दूध की दुकानें सुबह सात बजे से 11 बजे तक खुलेंगी। उसके बाद शाम में छह से आठ बजे तक खुलेंगी।
कलेक्टर की तरफ से कहा गया है कि संक्रमण के लक्षण नजर आने पर फीवर क्लिनिक में अपना इलाज कराएं। साथ ही फल और सब्जी फेरी लगाकर बेचे जा सकेंगे। सारी जरूरी सेवाएं पूरी तरह से चालू रहेंगे। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर कार्रवाई होगी। लोगों को क्वारंटीन नियमों का पालन भी पूरी तरह से करना होगा। कलेक्टर ने अपील की है कि आवश्यक आवश्यकता पड़ने के बाद ही लोग घर से निकले घर से निकलते समय मास्क अवश्य रूप से पहले वह सोशल डिस्टेंस का पालन करते रहें नहीं करने वालों पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।