सिंगरौली 5 दिसम्बर । यूपी की धान पडऱी खुर्द में खपाने वाले संलिप्त छोटकी पडऱी ईजीएस शाला के बहुचर्चित रेत कारोबारी शिक्षक मुन्नर प्रसाद बैस पिता गोरालाल बैस को चितरंगी एसडीएम नीलेश शर्मा के प्रतिवेदन के आधार एवं कलेक्टर राजीव रंजन मीना के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी आरपी पाण्डेय ने महज खानापूर्ति करते हुए निलंबित किया है। धान माफिया शिक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही तो की गई लेकिन उसे जिला मुख्यालय में अटैच करने की वजह विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय चितरंगी में अटैच कर दिया गया है। कहते हैं कि यह कार्यवाही भाजपा नेता के दबाव में आकर शिक्षा विभाग औपचारिकता करते हुए उसे विकासखंड स्तर पर ही अटैच किया गया है।
बता दें कि धान माफिया शिक्षक अब विकासखंड चितरंगी में रहकर अपना काला कारोबार पहले की तरह ही आसानी से करता रहेगा आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं लेकिन जांच की जिम्मेदारी उसी अधिकारी को दी गई है जिस कार्यालय में उस अटैच किया गया है लिहाजा साफ जाहिर होता है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के बजाय उसे बचाने में लग गए हैं सूत्र बताते हैं कि धान का काला कारोबार करने बाले शिक्षक भाजपा के एक बड़े नेता से सीधे जुड़ा हुआ है यही वजह है कि शिक्षा विभाग भी उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही नहीं कर पा रहा है।
गौरतलब हो कि चितरंगी एसडीएम ने 29 नवम्बर को मिली शिकायतों के आधार पर पडऱी खुर्द निवासी पन्नालाल बैस के मकान में तकरीबन 1000 व पडऱी कला निवासी रामलल्लू पिता अवधलाल बैस के मकान में 13 सौ बोरी यूपी की संदिग्ध धान भण्डारित की गयी थी। एसडीएम व राजस्व की टीम ने छापामार कार्रवाई कर जप्त किया था। जहां पन्नालाल व रामलल्लू ने बताया था कि यह धान मुन्नर प्रसाद बैस की है। मुन्नर प्रसाद के विरूद्ध गढ़वा थाने में भादवि की धारा 420, 418 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। वहीं उक्त कारोबार में संलिप्त शिक्षक ईजीएस शाला पडऱी मुन्नर प्रसाद बैस को डीईओ ने निलंबित कर बीईओ दफ्तर चितरंगी अटैच करते हुए विभागीय जांच बीईओ व शंकुल प्राचार्य नौडिहवा खैड़ार को अधिकृत कर दो महीने के अंदर जांच प्रतिवेदन देने के लिए निर्देशित किया है।