सिंगरौली 27 दिसम्बर । सिंगरौली जिले की सड़कें खून की प्यासी हो गई हैं या फिर सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों की संवेदनहीनता की दोस्तों बयां कर रही हैं दरअसल जिले में कोयले की प्रचुर मात्रा के चलते यहां कोयला का परिवहन सड़क के माध्यम से किया जाता है जिसके चलते आए दिन सड़क हादसे होना दैनिक दिनचर्या बनती जा रही है सड़क हादसों की भयावह स्थिति को लेकर ना तो सरकार में बैठे नुमाइंदे इन हादसों पर गंभीरता दिखा रहे हैं और ना ही प्रशासनिक अधिकारी जिसके चलते आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं।
एक नया दिन और फिर नया हादसा जिसमें आज फिर एक मां की कोख उजड़ गई। सिंगरौली जयंत मार्ग पर 24 घंटे के भीतर यह दूसरा सड़क हादसा है। जिसमें 25 वर्षीय युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। लगातार हो रहे इन हादसों से प्रशासन कोई सबक लेता नहीं दिखता। यही कारण है कि अगले ही दिन सब भूलकर इस मार्ग पर तेज रफ्तार कोल वाहनों की आवाजाही पूर्व की तरह जारी है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार की अलसुबह सौम्या माइनिंग के समीप सड़क दुर्घटना में झिगुरदा निवासी शिव कुमार सिंह पिता स्वर्गीय शिव बंधन सिंह उम्र 25 वर्ष को अपनी जान गंवानी पड़ी। बताया जाता है कि मृतक शिवकुमार अपनी बेटी को लेकर किसी कार्य वश जयंत जा रहा था कि तभी जयंत की तरफ ही जा रहे कोल वाहन क्रमांक यूपी 64 एटी 0684 की चपेट में आ गया। गंभीर अवस्था में घायल शिवकुमार ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद सड़क के दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम लग गया। वही सूचना मिलने पर एसडीओपी राजीव पाठक व मोरवा निरीक्षक मनीष त्रिपाठी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। इस हादसे के बाद आमजनों के साथ-साथ सभी दल के नेता समेत भारी मात्रा में क्षेत्रीय लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर एनसीएल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ा विरोध जाता रहे हैं। आलम यह है कि शव को सड़क पर रखकर ही एनसीएल प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी जारी है। वही हालात बिगड़ते देख एसडीएम सिंगरौली ऋ षि पवार तहसीलदार दिवाकर सिंह एसडीओपी राजीव पाठक मोरवा टीआई मनीष त्रिपाठी समेत नवानगर टीआई रावेन्द्र द्विवेदी जैन चौकी प्रभारी आरपी मिश्रा गोरबी चौकी प्रभारी सुधाकर सिंह परिहार सहित भी भारी बल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। घटना के बाद से ही इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह ठप है और जयंत बस पड़ाव से लेकर मेढौली तक करीब 8 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। लोगों का आरोप है कि एनसीएल सीएमडी समेत जयंत जीएम के भ्रष्टाचार और निर्णय ना लेने की छमता के कारण इस मार्ग पर लगातार दुर्घटना हो रही है। आक्रोशित जनता किसी तरह रोड बनवाने के लिए अपने मौलिक अधिकार की मांग कर रही है। रोड नहीं तो कोयला नहीं के नारे लगाते लोगों की मांग है कि एनसीएल के अध्यक्ष प्रबंधक निदेशक प्रभात कुमार सिन्हा घटनास्थल पर पहुँचकर वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करें।
10 घंटे तक चला चक्का जाम
झिंगुरदा निवासी शिवकुमार सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद गुस्साए लोगों ने घटनास्थल पर जाम लगा दिया है जान इतना चला कि 8 किलोमीटर दूरी तक जाम लग गया बस ट्रक हाईवा कोल वाहन एवं आम नागरिकों का भी आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया पुलिस के अनुसार सुबह 6 बजे के आसपास जाम लगाया गया और अपार यहां 3 बजे काफ ी समझाइश एवं एनसीएल के एच आर द्वारा लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद मामला शांत हुआ इस दौरान पुलिस एवं प्रशासन को काफ ी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी 10 घंटे चले इस चक्का जाम से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
वैकल्पिक मार्ग बनाने की उठी मांग
घटनास्थल पर मौजूद भाजपा कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेताओं ने एक सुर से एनसीएल प्रबंधन को घेरा एनसीएल के अधिकारियों के खिलाफ जहां जमकर नारेबाजी की तो वही वैकल्पिक सड़क बनाए जाने की मांग करने लगे राजनीतिक दलों के नेताओं का कहना था कि एक ही सड़क है जिसमें आम जनों के साथ सा कोल वाहन हम भी चलते हैं जिसके चलते आए दिन सड़क दुर्घटनाएं घटित हो रही है कोयला वाहन यमदूत बनकर सामने आते हैं जिसके चलते इस मार्ग में साल भर में कई मौतें हो रही हैं और घर के चिराग भी बुझा रहे हैं जब तक एनसीएल प्रबंधन लिखित आश्वासन नहीं देता तब तक चक्का जाम चलता रहेगा अंतर एनसीएल के अधिकारी प्रकट हुए और लिखित आश्वासन के बाद चक्का जाम समाप्त हुआ