भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस का आंकड़ा 90 हजार के करीब पहुंच गया है संक्रमित इलाकों को कंटेंटमेंट जोन बनाने की तैयारी में है इस बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान का लॉकडाउन के बीच एक था एक चर्चा का विषय बना है। सोशल मीडिया पर सवाल कर रहे हैं कि 2 लाख करोड़ से ज्यादा के कर्जदार मध्य प्रदेश के सरकारी खजाने से पैसा खर्च करके सड़क किनारे होर्डिंग लगाने से क्या फायदा होगा। कर्फ्यू के समय इसे देखने के लिए कौन आएगा। इस पोस्टर को देखने के बाद अब लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं
मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार एक बार फिर वैसे ही स्थिति में आ गई है जैसे सन 2016-18 में थी। सरकार के रणनीतिकार इतने योग्य और विद्वान है कि लगभग हर कदम पर विरोधियों को कोई ना कोई मौका दे ही देते हैं। एक टीवी इंटरव्यू में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि विरोधी उन्हें हतोत्साहित कर रहे हैं, सवाल यह है कि विरोधियों का अवसर कौन प्रदान कर रहा है। सीएम के इस पोस्टर पर लोग अब अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर, CM योग से निरोग की कर रहे बात
प्रदेश के मुख्यमंत्री का एक-एक मिनट महत्वपूर्ण होता है। इसीलिए तो उन्हें जनता के पैसों से तमाम तरह की सुविधाएं नहीं जाती है। महामारी के संकट काल में जब मुख्यमंत्री का पूरा समय लोगों की जान बचाने के लिए भी बीतना चाहिए था, शिवराज सिंह चौहान कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों को योग से निरोग बनाने के लिए बाबा रविशंकर से निवेदन कर रहे थे। यहां तक कि ठीक था परंतु लोग समझ नहीं पा रहे, सोशल मीडिया पर सवाल कर रहे हैं कि 2 लाख करोड़ से ज्यादा के कर्जदार मध्य प्रदेश के सरकारी खजाने से पैसा खर्च करके सड़क किनारे होर्डिंग लगाने से क्या फायदा होगा। कर्फ्यू के समय इतने देखने के लिए कौन आएगा।
हॉस्पिटल में नहीं बचे बेड,योग से निरोध कैसे बनेंगे
वर्तमान में लगातार कोरोना के बेकाबू आंकड़े बढ़ रहे हैं 23 अप्रैल को जो रिकवरी दर 80.4 1% थी वह 25 अप्रैल तक बढ़कर 80.64% हो गई है। संकट काल में जबकि कोरोनावायरस कई लोगों को 48 घंटे का समय नहीं दे रहा, ऑक्सीजन की कमी के चलते लोग दम तोड़ रहे हैं अस्पतालों में लाशों और श्मशान घाटों में चिताओं की गिनती नहीं हो पा रही है, तब लोगों की जान बचाने के लिए इंजेक्शन और ऑक्सीजन की जरूरत है। ऐसी स्थिति में ‘योग से निरोग’ की जरूरत ही क्या है। जब सबकुछ सामान्य हो जाएगा तो कोरोनावायरस की तीसरी लहर से बचने के लिए ‘योग से निरोग’ का बड़ा अभियान चलाएं। करोड़ों खर्च करें। कोई सवाल नहीं करेगा।
जीवन अमृत योजना में बाटेंगे काढ़ा
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगे बताया कि जीवन अमृत योजना के अंतर्गत 8 अप्रैल 2021 से अब तक गाड़ी का पैकेट वितरित कर 124393 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है । प्रदेश के 6 लाख से अधिक ग्रामीण और शहरी पथ विक्रेताओं की कोविड-19 बिका प्रभावित होने के फलस्वरूप राज्य शासन द्वारा उन्हें 60 करोड़ की अनुदान सहायता स्वीकृत की गई है। 2264 योग प्रशिक्षक पंजीकृत हो चुके हैं पोर्टल पर 1270 योग प्रशिक्षक और 27816 होम आइसोलेटेड मरीजों का संपर्क 73 योग प्रशिक्षकों से कराया जा रहा है।