राजगढ़–कोरोना महामारी के दौरान अभी तक आपने वैक्सीन के डोज खराब होने के मामले सुने थे लेकिन नरसिंहगढ़ में वैक्सीनेशन सेंटर से वक्सीन चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। जिसमें स्वास्थ्यकर्मी द्वारा सेंटर से वैक्सीन चुराकर उसे पैसो के लालच में ग्रामीणो को लगये जा रहा था। मामले की भनक लगते ही बीएमओ डॉ गौरव त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर सीएचओ को वैक्सीन के साथ पकड़ा। अब मामले में स्वास्थ्य विभाग संबंधित स्वास्थ्यकर्मी पर विधिवत कार्रवाई सुनिश्चित कर रहा है। वैक्सीन चोरी का मध्यप्रदेश का ऐसा यह पहला मामला है।
मिली जानकारी के अनुसार शहर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैक्सीनेषन के लिए तीन प्रमुख सेंटर बनाए है।
जिनमें मेला ग्राउन्ड स्थित बालक छात्रावास स्थित सेंटर से शनिवार को वैक्सीन के डोज चोरी किए जाने की सूचना मिली। जब बीएमओ द्वारा मामले की तफ्तीष की गई तो उसमें बडोदिया तालाब में पदस्थ स्वास्थ्यकर्मी सीएचओ जितेन्द्र लोधा द्वारा वैक्सीन चुराकर उसे अस्पताल के समीप स्थित पलक मेडिकल पर पैसे लेकर ग्रामीणो को लगवाया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग टीम ने एक मेडिकल दुकान पर वैक्सीन लगाते हुए सीएचओ को पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि पूर्व मे भी संबंधित स्वास्थ्यकर्मी द्वारा इस तरह वैक्सीनेषन सेंटर से अन्य स्थान जगह ले जाकर लोगो को वैक्सीन लगवाई है।
बड़ा सवाल – वैक्सीन की एंट्री केसे?
इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि वैक्सीनेषन सेंटर से चोरी कर दूसरी जगह ग्रामीणो को लगवाई गई वैक्सीन की एंट्री केसे की जा रही
थी। स्वास्थ्य विभाग की माने तो संबंधित लोगो से उनके आधार कार्ड लेकर उसकी एंट्री करवा रहा था। ऐसे में कही ना कही इस तरह वैक्सीन चोरी के मामले में विभाग के अन्य लोग भी इसमें शामिल है। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर का कहना है कि हम वैक्सीनेषन सेंटर से वैक्सीन बाहर लेकर जाने वाले सीएचओ जितेन्द्र लोधा के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस तरह सेंटर से बाहर वैक्सीन ले जाना गैरकानूनी
है। जिस मेडिकल पर यह वैक्सीन लगवाई जा रही थी उसका भी लाईसेंस निरस्त करने डीआई को पत्र लिख रहे है।
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- डॉ गौरव त्रिपाठी, बीएमओ नरसिंहगढ़