Ola Electric IPO News : ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने 22 दिसंबर को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कर दिया है. यानी किसी दोपहिया निर्माता कंपनी का IPO आए हुए 15 साल हो चुके हैं। ऐसे में ओला इलेक्ट्रिक भारत की पहली ऐसी इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी बनने जा रही है, जो अपना आईपीओ लाने वाली है.इसमें 9.52 करोड़ शेयरों का OFS भी शामिल है। अकेले कंपनी के फाउंडर भावेश अग्रवाल 4.73 करोड़ शेयर बेचेंगे। हालांकि IPO की तारीखों को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी का लक्ष्य है कि वह मार्केट से 7,250 करोड़ रुपये जुटाए.
इस समय इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कैटेगरी में ओला इलेक्ट्रिक मार्केट लीडर के तौर पर उभरी है, कंपनी की नवंबर तक मार्केट हिस्सेदारी लगभग 32% थी। वाहन के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी ने लगभग 30,000 यूनिट्स वाहन की बिक्री की। सूत्रों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक इस आईपीओ के जरिए कंपनी 5,500 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी करने वाली है. वहीं कुल 95,191,195 इक्विटी के शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए जारी किए जाएंगे, जिनकी फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर है. इससे 1750 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान है. इस आईपीओ में 75 फीसदी शेयर योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित किए गए हैं। जबकि 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत खरीदारों के लिए और 10 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है। Ola Electric IPO
कंपनी को कितने वैल्यूएशन की है संभावना
ओला इलेक्ट्रिक 2024 की शुरुआत में अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती है। इसके लिए कंपनी ने 22 दिसंबर को सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं. अगर कंपनी नए साल की शुरुआत में अपना आईपीओ लॉन्च करने में सफल रहती है, तो 2003 के बाद यह किसी ऑटोमोबाइल कंपनी का पहला आईपीओ होगा। इससे पहले 2003 में मारुति सुजुकी का आईपीओ आया था। वहीँ दो पहिया वाहन में 2008 में बजाज ऑटो के शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद यह भारत में किसी दोपहिया निर्माता द्वारा पहला IPO होगा। यानी किसी दोपहिया निर्माता कंपनी का IPO आए हुए 15 साल हो चुके हैं। ओला इलेक्ट्रिक
कंपनी को इस आईपीओ में कुल 7 से 8 अरब डॉलर का मूल्यांकन मिलने की उम्मीद है। हालांकि कंपनी ने अभी तक प्राइस बैंड तय नहीं किया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीओ सब्सक्रिप्शन की तारीख 2024 की शुरुआत में सामने आ सकती है। Ola Electric IPO
आईपीओ के जरिए जुटाने वाले फंड का करेगी ऐसे संधारण ?
DRHP वो डॉक्यूमेंट होते हैं जिसमें IPO की योजना बनाने वाली कंपनी के बारे में आवश्यक जानकारी रहती है। इसे सेबी के पास दाखिल किया जाता है। इसमें कंपनी के फाइनेंस, इसके प्रमोटर, कंपनी में इन्वेस्ट करने के जोखिम, फंड जुटाने के कारण, फंड का उपयोग कैसे किया जाएगा, सेबी के पास दाखिल दस्तावेजों के मुताबिक, कंपनी आईपीओ से जुटाई गई रकम में से 1,226.4 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ओला सेल टेक्नोलॉजीज के फैक्ट्री प्रोजेक्ट के लिए करेगी। रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए 1600 करोड़ रुपये का फंड बनाया जाएगा. कंपनी की सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग 350 करोड़ रुपये का उपयोग किया जाएगा। कंपनी 800 करोड़ रुपए चुकाकर अपना पुराना कर्ज चुकाएगी। 2022-23 वित्तीय वर्ष में कंपनी का राजस्व 335 मिलियन डॉलर था। कंपनी को 136 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। Ola Electric IPO
कंपनियां क्यों लाती हैं IPO?
एक्सचेंज पर लिस्टिंग से कंपनी की ब्रांडिंग करने में मदद मिलती है। यह लोगों को उस कंपनी के बारे में अधिक जानकारी देता है। जब आप किसी कंपनी में शेयर खरीदते हैं, तो आप उसके प्रमोटर के समान जोखिम वाले शेयरधारक बन जाते हैं, यानी कंपनी के प्रॉफिट के साथ घाटे में भी हिस्सेदारी निभाते हैं। जोखिम इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पास कितने शेयर हैं। लेकिन प्रमोटर अपना जोखिम कई लोगों के बीच बांटने में कामयाब हो जाता है। है। जब भी कोई कंपनी आईपीओ लॉन्च करने का फैसला करती है, तो वह आमतौर पर अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए पूंजी जुटाना चाहती है। इसके जरिए कंपनी को अपना कारोबार बढ़ाने के लिए जरूरी फंड मिल जाता है और कर्ज नहीं लेना पड़ता। Ola Electric IPO