Singrauli News : सिंगरौली। जनपद पंचायत देवसर अंतर्गत ग्राम पंचायत जोवा में आरईएस विभाग द्वारा लाइब्रेरी सह इंडोर खेल गृह बनाया जा रहा है जिसमें जमकर लीपापोती की जा रही है।गौरतलब हो कि आरईएस विभाग के द्वारा बेधड़क गुणवत्ता विहीन कार्य तो कराया ही जा रहा है,साथ ही स्टोन डस्ट(भस्सी)से दीवाल की जोड़ाई भी कराया जा रहा है,तो वहीं पानी के तराई से परहेज भी किया जा रहा है। निर्माणाधीन भवन में बड़ी लीपापोती कर सरकारी पैसे का भी दुरुपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है।
बात की जाए आरईएस एसडीओ धर्मेंद्र सरेआम की तो वह मुख्यालय में कभी कभार ही नजर आते हैं,हालांकि यह अधिकाधिक देवसर मुख्यालय से नदारत ही रहते हैं।वहीं सूत्रों की माने तो भोपाल से धर्मेंद्र सरेआम जिला मुख्यालय बैढन में सब इंजीनियर बतौर नियुक्त किए गए हैं,किंतु जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा मुख्यालय देवसर में नियुक्त कर दिया गया है।वहीं एसडीओ धर्मेंद्र सरेआम अपनी जिम्मेदारियां को किस प्रकार से निभा रहे हैं यह जोवा पंचायत में निर्माणाधीन लाइब्रेरी सह इंडोर खेल गृह का गुणवत्ता विहीन कार्य चीख- चीखकर बता रहा है।
दरअसल जब एक जिम्मेदार अफसर ही मुख्यालय से नदारत रहते हों तो भला इंजीनियर और सब इंजीनियरों का मुख्यालय से गायब रहना भी लाजमी है।हालांकि एक कहावत चरितार्थ है कि जब अपना घर शीशे का हो तो दूसरों के घर पर पत्थर नहीं मारते।ठीक यही कहावत यहां भी फिट बैठती है।जब एसडीओ ही मुख्यालय से नदारत रहते हैं तो भला इंजीनियर और सब इंजीनियर क्यों ना रहे हैं,या फिर यूं कहें कि एक दूसरे की पोल वाली गठरी खुल न जाए इसलिए किसी भी इंजीनियर और सब इंजीनियरों पर भी कोई दबाव मुख्यालय में रहने का नहीं बनाया जाता।यही कारण है कि यह भी अपने मुख्यालय से दूर जिला मुख्यालय में ही डेरा जमाये रहते हैं। Singrauli News
ग्रामीणों ने लगाया आरोप
जोवा पंचायत में निर्माणाधीन लाइब्रेरी सह इंडोर खेल गृह में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर जब हमारे संवाददाता ने पड़ताल की तो स्थानीय ग्राम वासियों ने बताया कि यह जो कार्य कराया जा रहा है वह पूरी तरह से गुणवत्ता विहीन है।ग्रामीणों ने बताया कि इस भवन के निर्माण में जहां सीमेंट और रेत से जोड़ाई होनी चाहिए वहां धड़ल्ले से स्टोन भस्सी का उपयोग किया जा रहा है।ग्रामीणों ने बताया कि लाख विरोध करने के बाद जब इन्हें ऐसा लगा कि इनकी पोल खुलने वाली है तो आनन फानन में रेत गिरवाया गया।वहीं जोड़ी गई दीवार पानी से तराई के लिए तरस रही है,जबकि इसके लिए भी एक नहीं बल्कि कई बार ग्रामीणों ने संबंधितों को अवगत कराया लेकिन उनकी बातों को सुनना तक मुनासिब नहीं समझ गया। Singrauli News
बगैर साइड निरीक्षण के ही माप पुस्तिका पर हो जाते हैं हस्ताक्षर
सूत्रों की माने तो जब से एसडीओ धर्मेंद्र प्रधान ने जिम्मेदारी ली है तब से इंजीनियर के द्वारा जिस हाल में माप पुस्तिका दी जाती है उसी हाल में आंख बंद कर हस्ताक्षर कर दिए जाते हैं, जबकि साइड निरीक्षण करना एसडीओ की मुख्य जवाबदेही होती है किंतु ऐसा नहीं हो रहा है।दरअसल यदि एसडीओ अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार होते तो निश्चित ही स्थल का निरीक्षण भी करते और इस प्रकार की विसंगतियां भी सामने नहीं आती।खैर आगे देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या आरईएस विभाग द्वारा कराये जा रहे उक्त निर्माण कार्य पर जिम्मेदारों की नजर पड़ेगी या यूं ही यह कारवां आगे भी बढ़ता रहेगा।वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन का इस ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए उक्त निर्माण कार्य का निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। Singrauli News