The game of fuel: नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) सरकार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 72 फ़ीसदी तक इजाफा हो चुका है. इस दौरान तेल पर लगाए गए एक्साइज ड्यूटी(Excise duty) में भी 530 फ़ीसदी तक बढ़ोतरी की गई है भले ही जून 2022 में कच्चा तेल(crude oil) 9003 रुपए बैरल यानी(Barrel ie) करीब ₹57 लीटर था जो जनवरी 2023 में ₹6222 बैरल यानी ₹39 लीटर पर आ गया है बावजूद इसके पेट्रोल और डीजल के दाम वही है.
Tax on petrol and diesel : देश में आम आदमी को महंगे दामों पर पेट्रोल और डीजल खरीदने को मजबूर हैं. पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ाने में सरकारी तेजी दिखाते हैं लेकिन कीमतें घटाने में उतनी ही सुस्ती दिखाते हैं. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने के बाद अब सबकी निगाहें सरकार(Eyes on the government) की ओर हैं कि शायद आने वाले दिनों में तेल में कुछ राहत मिले. बता दें कि जून 2022 में कच्चा तेल 9003 रुपए बैरल यानी करीब ₹57 लीटर था. जो जनवरी 2023 में ₹6222 बैरल यानी ₹39 लीटर पर आ गया है. बावजूद इसके 7 माह से पेट्रोल और डीजल के दाम वही हैं. The game of fuel
कच्चा तेल की कीमतों में गिरावट होने से सरकारी पेट्रोल(Government petrol) और डीजल पर प्रति लीटर ₹29 और तेल कंपनियां 6.41 रुपए से ज्यादा कमाई कर रही है.The game of fuel
जानकार अर्थशास्त्रियों(Economists) की माने तो मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल के दाम 90 डालर/ बैरल के आधार पर तय हुए थे फिर दाम बढ़कर $120 तक पहुंच गए थे इसलिए कंपनियों ने कहा कि उन्हें नुकसान हो रहा है लेकिन फिर दाम नीचे आए और कंपनियां मुनाफे में आ गई वह नवंबर में ही दाम घटाने की स्थिति में थे. लेकिन पेट्रोल और डीजल के दामों में नाम मात्र की कमी देखी गई जबकि कच्चा तेल(crude oil) इस समय $75 के आसपास है इस आधार पर पेट्रोल ₹18 लीटर तक सस्ता कर सकते हैं. इस दौरान सरकार ने तेल से अपना खजाना खूब भाड़ बीते.The game of fuel
7 महीने में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से करीब 8 लाख करोड़ से ज्यादा कमाई करेंगे.
पैट्रोलियम प्राइस एंड एनालिसिस सेल (Petroleum Price and Analysis Sale) और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (Multi Commodity Exchange) के अनुसार 8 महीने में दुनिया भर की बाजार में कच्चे तेल के दामों में 31% तक कमी आई है लेकिन इसके बावजूद भी तेल कंपनी ने अब तक पेट्रोल और डीजल सस्ता नहीं किया है. ऐसे में सरकार पेट्रोल और डीजल से कमाई का एक नया रिकॉर्ड बनाने जा रही है. मोदी सरकार को 30 सितंबर 2022 तक पेट्रोल और डीजल पर लगे टैक से 3.57 लाख करोड़ की कमाई हुई है. जबकि 2022-23 मई केंद्र सरकार को करीब 8 लाख करोड़ से ज्यादा की कमाई हुई है. जो 2021-22 में 7.74 लाख करोड़ थी.The game of fuel
एक रुपए एक्साइज ड्यूटी बढ़ने से कितना होता फायदा
अर्थशास्त्रियों के मुताबिक पेट्रोल और डीजल की एक्साइज ड्यूटी में हर एक रुपए की बढ़ोतरी से केंद्र सरकार के खजाने में 13000 से 14000 करोड रुपए सालाना की कमाई होती है वही कोट की कीमतें घटने से सरकार को व्यापार घाटा कम करने में मदद मिलती है. असल में भारत अपनी खपत के अनुसार करीब 82 फ़ीसदी खरीदना है इस रूट की कीमतें घटने से देश का करंट अकाउंट.The game of fuel