एक पिता उमेश तिवारी सोशल मीडिया पर बेटे के नाम का एक संदेश लिखा है इस संदेश को पढ़ने के बाद हर शख्स भावुक हो जाता है और आंखें नम हो जाती हैं। उन्होंने लिखा कि
ऋषि बेटा…
ऋषि 15 दिन बीत गए पिताजी की आवाज नहीं आई कान को कोषता रहा और दोषी मानता रहा। धीरज टूट गया, हां पिताजी सुनने की उम्मीद समाप्त हो गई, जो सत्य सब 13 दिन से कह रहे हैं उसे छटपटाते हुए माने लेता हूं, सबकी भले मान रहा हूं पर मेरा ऋषि मेरी सांस है। 60 साल होने को हूँ 6 सेकंड (कार दुर्घटना) ने 60 साल पर काली घटा बन छा गई।
ऋषि तुम शिकायत का कोई एक भी मौका दिए होते तो आज वही शिकायत मेरे जीने का सहारा होती, शिकायत क्या तुमसे मैं सम्मानित हुआ न्यायाधीश का पिता हो गया। तुमने मुझे आम से खास बना दिया मैं विशेष हो गया। फकीरियत की जिंदगी जीता रहा और मन का राजा रहा पर तुमने तो मुझे हकीकत का राजा बना दिया। एक पिता को अपनी संतान से यही तो चाहिए। हां वह यह कितने समय में करेगा वह संतान जाने।
ऋषि तुमसे वादा है कि मैं अपने जीवन को सांप सीढ़ी का खेल बना दूंगा और यह स्वीकार किया 99 पर पहुंच गया था सांप ने काटा 0 पर आया गया। खेल खत्म नही हुआ है फिर एक से शुरू करूंगा नियति से संघर्ष करूंगा। जीतने का मेरा हथियार होगा उसकी तरफ देखना जो हमसे भी कई गुना ज्यादा पीड़ा में है।तुम्हारे सहकर्मी और साथी मेरे आगे की जिन्दगी की जंग में आगे बढ़ने में मेंरे सहारे की लाठी होंगे तथा जिन मित्रों ने पहाड़ से भी भारी दुखद समय मे मुझे सहारा दिया वह मेरा संबल होंगे।
ऋषि तुम गुणी क्या सर्वगुणी तो थे ही शारीरिक रूप से बहुत खूबसूरत थे तुम्हारी सूरत आंख से मिटती नही और आंख को गीला करती जा रही है…करती जा रही है…।
तुम्हारा,पिता जी उमेश तिवारी सीधी (मध्य प्रदेश)
ऐसे हुई थी मौत
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर जिले में सागर-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार के ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा जाने से कार सवार एक न्यायाधीश की मौत हो गई, वहीं एक अन्य न्यायाधीश सहित 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी कार में बड़ामलहरा में पदस्थ न्यायाधीश ऋषि तिवारी (28) भी थे इस हादसे में उनकी मौत हो गई थी।बताया जा रहा है कि बड़ामलहरा में पदस्थ न्यायाधीश ऋषि तिवारी शनिवार शाम अपनी कार से छतरपुर लौट रहे थे, उनके साथ कार में एक अन्य न्यायाधीश आशीष कुमार मथौरिया और उनके रिश्तेदार शैलेन्द्र सवार थे. रास्ते में सागर-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर परा चौकी के समीप उनकी कार एक ट्रैक्टर ट्रॉली से टकरा गई. दुर्घटना में जज ऋषि तिवारी का निधन हो गया, जबकि जज आशीष कुमार मथौरिया और उनके रिश्तेदार शैलेन्द्र घायल हो गए.