सीवर लाइन बनाने वाली के.के सपन्न कंपनी के खिलाफ जांच के बाद होगी कार्यवाही
एंकर – सिंगरौली के बाद अब कटनी जिले की कुठला थाना अंतर्गत कुठला बस्ती में सीवर लाइन प्लांट बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। करीब पांच घंटे चले रेस्क्यू में दोनों के शवों को गड्ढे से निकाल लिया गया है। पुलिस ने दोनों के शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हादसे के बाद से परिजनों और क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश है, परिजनों और क्षेत्र वासियों ने आरोप में कहा कि रहवासी क्षेत्र में सीवर लाइन का प्लांट लगाए जाने का विरोध शुरु से किया जा रहा है, बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों ने विरोध को अनसुना कर दिया। प्लांट का गड्ढा रहवासी क्षेत्र में नहीं खोदा जाता तो, यह हादसा नहीं होता।
कुठला थाना के टीआई विपिन सिंह ने बताया कि रामदास बेन की 9 वर्षीय बच्ची रिया उर्फ अस्सो और दिनेश बेन का 8 वर्षीय बच्चा कृष्णा सुबह लगभग 7 बजे घर के पीछे खेल रहे थे। कुछ देर बाद जब दोेनों बच्चे परिजनों ने नहीं दिखे तो उन्होंने उनकी खोजबीन शुरु की। घर के पीछे बने सीवर लाइन के प्लांट के गड्ढे के पास बच्चों की चप्पल दिखी। जिस पर गड्ढे में बच्चों की तलाश क्षेत्रीय लोगों द्वारा की जाने लगी। इस बीच पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने नगर निगम को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड और नगर निगम की रेस्क्यू टीम पहुंची। लोहे के जाल को गड्ढे में डालकर बच्चों की खोजबीन शुरु की गई। करीब चार घंटे तक चले रेस्क्यू में दोनों के शव को गड्ढे से बाहर निकाला गया। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हादसे के बाद क्षेत्र के लोगों ने बताया कि रहवासी क्षेत्र के पास सीवर लाइन का प्लांट बनाया जा रहा है। सीवर प्लांट के लिए ही वहां पर करीब 40 से 50 फीट गहरा खदाननुमा गड्ढा खोदा गया है। रहवासी क्षेत्र होने के कारण हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है। क्षेत्रवासियों द्वारा शुरुआत से रहवासी क्षेत्र में सीवर लाइन प्लांट लगाए जाने का विरोध किया जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी विरोध को अनसुना कर रहे हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि रहवासी क्षेत्र में प्लांट नहीं लगाया गया होता तो यह हादसा नहीं होता वही तहसीलदार ने दोनों बच्चों के परिजनों को चार चार लाख रुपए की मदद की बात कही है।