Singrauli political news सिंगरौली। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। भाजपा ने 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। जिसमें भाजपा ने कई बड़े चेहरे उतरे हैं। इनमें 3 वर्तमान विधायकों की टिकट कटने के बाद विधायकों की धड़कनें बढ़ गई है। अब सिंगरौली जिले के भाजपा के तीनों विधायक भोपाल में डेरा डाले हुए हैं, उन्हें डर सता रहा है कि कहीं उनका भी टिकट न कट जाए। वैसे भी चितरंगी विधानसभा में पूर्व मंत्री के बेटे और बहू ने टिकट मांग कर वर्तमान विधायक अमर सिंह की चिंता बढ़ा दी है।
बता दे की भाजपा इस बार मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए बिना ही विधानसभा चुनाव लड़ रही है। इसीलिए चुनावी मैदान में सभी बड़े चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है भाजपा ने इस बार तीन विधायकों का टिकट काट दिया है। इस बार मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी, आदिवासी पेशाब कांड से विवाद में आए केदार शुक्ला और जालम सिंह पटेल को टिकट नहीं दिया है। जिसके बाद से वर्तमान विधायकों की धड़कन बढ़ गई हैं। वहीं कुछ विधायक ऐसे हैं जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव गई है। संभावना जताई जा रही कि इन विधायकों की भी टिकट कट सकती है। कांग्रेस को चौतरफा घेरने के लिए भाजपा इस बार सटीक दांव चल रही है। ऐसे में वर्तमान विधायकों की सांसे अब फूलने लगी हैं। यही वजह है कि सिंगरौली जिले के तीनों विधायक इस समय भोपाल में डेरा डाले हैं और अपनी टिकट पक्की करने के लिए शीर्ष नेतृत्व की चौखट पर अपनी जीत की गारंटी बता रहे हैं। Singrauli political news
चितरंगी विधायक से क्षेत्रीय जनता नाराज
विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अब तेज हो गई है। सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव में पूरी ताकत झोंक रहे हैं तो वही चितरंगी विधायक की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। वजह विधानसभा का उत्तरी क्षेत्र विधायक के खिलाफ होता नजर आ रहा है। चर्चा है कि चितरंगी विधायक अमर सिंह ने पिछले 5 सालों में क्षेत्र के उत्तरी भाग में ना लोगों से संपर्क किया और ना ही क्षेत्र का समुचित विकास किया। विधानसभा क्षेत्र में ही क्षेत्र बाद के चलते उनकी मुश्किले अब बढ़ने लगी है। जबकि चितरंगी की राजनीतिक धुरी ही उत्तरी भाग है यह वह क्षेत्र है जहां से यह तय होता है कि किसे विधायक बनाया जाए और किसे हटाया जाए। Singrauli political news
टिकट वितरण ही भाजपा के लिए चुनौती
सिंगरौली जिला भाजपा का गढ़ रहा है यहां की तीनों विधानसभा सीटों में भाजपा का कब्जा है हालांकि इस बार एंटी इनकंबेंसी साफ नजर आ रही है। इस बीच भाजपा के लिए टिकट वितरण किसी चुनौती से कम नहीं है। तीनों सीटों में भाजपा के कई दावेदार हैं कई ऐसे दावेदार भी हैं जो उम्र के अंतिम पड़ाव पर हैं यदि उन्हें इस बार टिकट नहीं मिला तो उनकी उम्र 60 के पार हो जाएगी ऐसे में माना जा रहा है कि यदि उन दावेदारों को टिकट नहीं मिला तो वह पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी करेंगे। चर्चा है कि कई ऐसे नेता हैं जो अन्य पार्टियों के संपर्क में है यदि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह भी दूसरी पार्टी से ताल ठोक सकते हैं। Singrauli political news