भोपाल– दिल्ली के बाद अब मध्य प्रदेश की आबोहवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है। अब भोपाल इंदौर सिंगरौली समेत प्रदेश के 7 बड़े शहरों की हवाई भी जहरीली हो गई है इस जहरीली हवा से कोरोना मरीजों समेत सांस से संबंधित मरीजों को मुश्किलों का सामना हो सकता है इस जहरीली हवा से फेफड़े खराब हो सकती है अगले 5 सालों में दिल्ली से बदतर हवा ग्वालियर सिंगरौली भोपाल इंदौर जबलपुर सागर कटनी जिले की हो गई है इन जिलों को लेकर चिंताजनक हालात बन चुकी है ग्वालियर और सिंगरौली में सबसे ज्यादा AQI रहा है।
बता दें कि मध्य प्रदेश की उर्जा धानी में एनसीएल एनटीपीसी समेत देश के कई बड़े उद्योगपतियों के पावर प्रोजेक्ट काम कर रहे हैं जिले में देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी का सासन पावर प्रोजेक्ट, हिंडालको महान एलुमिनियम सहित कॉल ब्लॉक शुरू हो चुकी हैं इन कोल ब्लॉको में कोयले के उत्खनन में जहां बेतहाशा बारूद का उपयोग किया जाता है तो वही कोयले समेत डीजल भी प्रचुर मात्रा में कंजक्शन होता है ऐसे में आंकड़ों पर गौर करें तो 18 दिनों में सिंगरौली समेत मध्य प्रदेश के 7 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां प्रदूषण कि क्या भयावह स्थिति है इसकी कल्पना मात्र से सभी डर जाते है हवा में पीएम 10 का मानक 100 के ऊपर खराब माना जाता है।
बता दे किस सिंगरौली जिले में प्रदूषण को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के मौके पर पटाखे फोड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था बावजूद इसके यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कोई खास कमी नहीं दिखी तो वहीं जिला प्रशासन के सख्त रवैया के बाद भी औद्योगिक घरानों की मनमानी लगातार चल रही है जिले में अभी भी सड़क के माध्यम से कोयले का परिवहन किया जा रहा है।