नवजात बच्चे की रोने की आवाज सुन ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी
राजगढ़ -मां मेरा क्या कसूर था ,जो मुझे घर के आंगन की बजाए ,सड़क पर फेंक कर चली गई । प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में कैद है वही एक निर्दयी कलयुगी माँ सड़क पर नवजात शिशु को छोड़ चली गई। वही नवजात की रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने देखा की सड़क किनारे एक नवजात शिशु पड़ा हुआ है। खबर लगते ही लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने डायल हंड्रेड को दिया। बताया जा रहा है कि नवजात का जन्म महज कुछ घण्टो पहले ही हुआ है,यह खबर पूरे क्षेत्र में जंगल में आग की तरह फैल गई।
मिली जानकारी के मुताबिक #राजगढ़ में लॉक डाउन के दौरान एक मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है राजगढ़ जिले के #सेमलापूरा गांव में आज सुबह बीच सड़क पर एक कलयुगी मां अपने नवजात को बीच सड़क पर फेंक कर चली गई। नवजात के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने देखा और फिर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को लेकर 108 वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खिलचीपुर आई । खिलचीपुर में बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और प्राथमिक उपचार के बाद उसे राजगढ़ के जिला चिकित्सालय में रेफर किया गया। बच्चे को गांव में बीच सड़क पर फेंका इसलिए नवजात जिंदा बच गया यदि उसे गांव से बाहर फेंक दिया होता तो उसे जंगली जानवर या कुत्ते नोच देते। इनका कहना है #डॉ नरेंद्र वर्मा -#ख़िलचीपुर अस्पताल