मड़वास के साथ सौतेला व्यवहार या जनप्रतिनिधि विहीन आज तक फुल तहसील और थाने का नही प्राप्त हुआ दर्जा स्वास्थ्य और शिक्षा की भी व्यवस्था डामाडोल
सीधी मध्यप्रदेश- सीधी जिले से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित मड़वास ग्राम में आज से नहीं कई वर्षों से मड़वास के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है वो चाहे थाना को लेके हो या उप तहसील को तहसील का दर्जा प्राप्त करने के लिए हो या स्वास्थ्य शिक्षा की व्यवस्था को लेकर हो मध्य प्रदेश में अभी नवीन 4 नई तहसीलों खंडवा जिले में किल्लौद व मूंदी तथा टीकमगढ़ में दिगौड़ा बुरहानपुर जिले में धूम धूमकोट तहसीलों के गठन एवं नवीन पदों के सृजन को मंजूरी मिली वही सीधी जिला से 40 किलोमीटर दूर स्थित मड़वास जोकि कई वर्षों से उप तहसील से तहसील के दर्जे के लिए प्रस्ताव भेजने के बावजूद भी विचाराधीन पड़ा हुआ है।
प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी का जब-जब आना हुआ तब-तब घोषणा यही की जाती रही कि बहुत जल्द ही मड़वास को तहसील का चौकी को थाना का दर्जा प्राप्त होगा लेकिन आज 10 वर्षों से मड़वास के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है ऐसा लगता है जैसा मड़वास जनप्रतिनिधि विहीन है पूर्व में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान भी मुख्यमंत्री जी के द्वारा 1 वर्ष के अंदर तहसील के दर्जा की बात की गई थी लेकिन आज दिनांक तक किसी प्रकार भी कोई कार्यवाही नहीं की गई वही थोड़े दिन पूर्व राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह जी ने भी आकर के भोली भाली जनता जनार्दन को तहसील के दर्जे सपना दिखाते हुए 1 वर्ष का आश्वासन दे दिया अभी थोड़े समय पूर्व ही प्रदेश में 4 नई तहसीलों को दर्जा प्राप्त हुआ है लेकिन मड़वास का उसमें दूर-दूर तक नामोनिशान नही है। क्षेत्रीय विकास के कार्यों को लेकर के जनप्रतिनिधियों को कार्यों को करना करवाना अत्यंत आवश्यक है नही तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा वही देखें जो जिले के हालात हैं सीधी जिला पूरे प्रदेश में सबसे निचले कुछ ले स्तर पर दिखता प्रतीत हो रहा है यहां कोई भी मंत्री आने के लिए तैयार नही सीधी के विकास की जब बात आती है तो तो सारे जनप्रतिनिधि मौन धारण कर लेते हैं पूर्व में सीधी की प्रभारी मंत्री मीणा मांडवे जी के द्वारा जहां मड़वास थाने का उद्घाटन करना था वही नए भवन में चौकी का उद्घाटन करके चली गई वही मझौली और मड़वास के अंतर्गत एक भी नहीं है जननी एक्सप्रेस आए दिन जच्चा-बच्चा की होती है मौत इसका जिम्मेदार कौन मड़वास अंचल के अंतर्गत एक भी नही है महाविद्यालय 30 से 40 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है बच्चों को पढ़ने के लिए अगर इसी तरह रवैया और स्थिति बनी रही तो मड़वास की भोली-भाली जनता बहुत जल्दी थाना तहसील नही तो वोट नही के संकल्प को लेकर के आगे बढ़ेगी और अपने हक अधिकार के लिए लड़ेगी, उग्र आंदोलन करेगी, रोड में उतरेगी और अपना हक और अधिकार जो है उसको प्राप्त करके ही रहेगी खूब हो गया भोली-भाली जनता का शोषण अब नही।
इनका कहना है
क्षेत्रीय जन समस्याएं आज से नही काफी पूर्व से हैं वह चाहे पानी की हो शिक्षा की हो या स्वास्थ्य की जनप्रतिनिधि हरदम शून्य पड़े रहते हैं शासन प्रशासन की स्थितियां भी सही नही है मड़वास क्षेत्र की जनता के साथ हरदम सौतेला व्यवहार होता चला आ रहा है आज भी न यहां थाना न स्वास्थ्य की व्यवस्था ना शिक्षा की व्यवस्था अगर यही स्थितियां बनी रही तो हम सब मिलकर के अपने हक अधिकार के लिए काफी बड़ा जन आंदोलन करेंगे। पंकज पाण्डेय,समाज सेवी
आखिर मड़वास क्षेत्र की जनता कब तक आश्वासन का मोहताज रहेगी जो भी राजनेता आते हैं वह चाहे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह जी हो या राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह जी या क्षेत्रीय सांसद या विधायक क्षेत्र की जनता को आश्वासन का सपना दिखाते 10 वर्ष हो गया अगर मड़वास को पूरी तरह तहसील और थाने का दर्जा प्राप्त नही हुआ और स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था नही सुधरी तो होगा बड़ा जन आंदोलन जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन होगी। शिवम शुक्ला,युवा समाजसेवी
पूर्व से ही मड़वास क्षेत्र की कई जन समस्याएं थी जिन को लेकर के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री शिवमूरत देव जी महाराज ने पहल किया और उनके लगातार प्रयासरत रहने के बाद कार्यों में सफलता मिली है क्षेत्र मे कई समस्याएं हैं एक भी नहीं है जननी एक्सप्रेस आये दिन गर्भवती महिलाओं को होती है परेशानी जच्चा बच्चा की जाती है जान इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधि लगभग डेढ़ वर्ष से पुलिस 100 नंबर वाहन भी खराब पड़ा हुआ है शासन प्रशासन से आग्रह करता हूं की ऐसी समस्याओं को शीघ्र से शीघ्र निराकरण करने की कृपा करें। राजाराम साहू,समाज सेवी
मड़वास अंचल से ही पढ़ने के लिए विद्यार्थियों को 30 से 40 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है शिक्षा की व्यवस्था पर सुधार लाना और मड़वास अंचल को महाविद्यालय प्रदान करना अत्यंत ही आवश्यक है क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं माननीय कलेक्टर महोदय से आग्रह है इस समस्या का समाधान करने की कृपा करें अन्यथा होगा जन आंदोलन अभिनव साहू,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद