सिंगरौली — जिले में बरगवां थाना क्षेत्र में स्थित त्रिमूला इंडस्ट्रीज में काम के दौरान स्थानीय श्रमिक बुरी तरह से झुलस गया था। जिसे इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया था जहां इलाज के दौरान 23 जनवरी को उसकी मौत हो गई जहां मौत के दौरान रमपुरवा गांव की आधा सैकड़ा से ज्यादा ग्रामीण त्रिमूला कंपनी कंपनी के गेट में शव रखकर कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।खबर लगते ही बरगवा थाना पुलिस मौके पर पहुंचे गुस्साए लोगों को सांत्वना देते हुए समझाएं देते नजर आए। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो हादसे श्रमिक लगभग 80% तक जल चुका था। बचने की उम्मीद कम ही बताई जा रही थी फिलहाल इस पूरे मामले में कंपनी प्रबंधन का कोई भी कर्मचारी फोन नहीं उठाना खड़े हो रहे हैं।
बता दें कि बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत त्रिमूला इंडस्ट्रीज में हादसे में ड्यूटी के दौरान 14 जनवरी 2022 को बॉयलर की चपेट में आने से एक वर्कर झुलस गया। वर्कर की इलाज़ के दौरान रविवार 23 जनवरी 2022 को मौत हो गई।हादसे के बाद से ही ग्रामीणों में कंपनी प्रबंधन द्वारा की गई लापरवाही को लेकर गुस्सा था। ग्रामीणों ने कहा कि हादसे के तुरंत बाद यदि एंबुलेंस से उसे अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। वहां वर्करों को खुद की सुरक्षा के लिए कोई सुविधा नहीं दी जाती। कल रविवार को वाराणसी में इलाज के दौरान झुलसे 48 वर्षीय कमला प्रसाद साहू/पिता बंसी लाल साहू, निवासी रमपुरवा कि मौत हो गई। मृतक के परिजनों द्वारा आज सुबह उसका शव लाया गया। जिसके बाद परिजनों समेत भारी संख्या में ग्रामीण शव को कंपनी गेट पर रखकर विरोध कर रहे हैं। वही श्रमिक के परिवार में आश्रित को नौकरी और मुआवजे को लेकर प्रदर्शन कर रहे है।
बतलाते हैं कि कमला प्रसाद साहू रमपुरवा कसर के रहने वाले हैं जो कि त्रिमूला कंपनी में काम करता था। आरोप लगाए जा रहे हैं कि त्रिमूला प्रबंधन प्रबंधन श्रमिक को 6 महीने से तनख्वाह तक नहीं दिया था साथ ही उसे जबरन बिना सुरक्षा उपकरणों के दबाव बनाकर बायलर पर चढ़ाया गया जिसके चलते इतना बड़ा हादसा हो गया। सूत्र बताते हैं कि कंपनी प्रबंधन लगातार पर्यावरण विभाग की सांठगांठ से प्रदूषण करते हुए रोकथाम की दिशा पर अभी तक कोई बड़ा ऐसा काम नहीं किया जिससे वह बता सके। इस पूरी घटना को लेकर जब कंपनी प्रबंधन का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।