सीधी – कोतवाली थाना के भीतर पत्रकार के कपड़े उतरवाए गए मामले में कोतवाली थाना प्रभारी और एक सब इंस्पेक्टर लाइन को लाइन अटैच कर दिया गया हैं। आरोप है कि थाना प्रभारी ना केवल मारपीट की बल्कि कपड़े भी उतरवा दिए इस पूरे घटनाक्रम फोटो खींचकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम में थाना प्रभारी को एक फोन आया था जिसके बाद से यह पूरी घटना को अंजाम दिया गया। अब सीधे तौर पर कनिष्ठ तिवारी पत्रकार भाजपा विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ला के ऊपर आरोप लगा रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में पत्रकार कनिष्क तिवारी के साथ अभद्रता और मारपीट के मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं । जानकारी के अनुसार भोपाल पुलिस मुख्यालय से स्पष्टीकरण मांगा है और दोषी पुलिस कर्मियों के व्यवहार पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये…..पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार सीधी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज सोनी और एसएचओ अभिषेक सिंह लाइन हाजिर कर दिया गया हैं। इसमें मानवाधिकार आयोग संज्ञान में लिया है।
बता दें कि सीधी में भाजपा विधायक के खिलाफ खबरें लिखने पर पत्रकार कनिष्क तिवारी को थाने में बंद करने और कपड़े उतरवाने, अर्धनग्न फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया फोटो में पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित नवयुवक अंडरवियर में नजर आ रहे हैं सीधी एसपी मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि मामला सामने आने के बाद थाना प्रभारी मनोज सोनी और एक सब इंस्पेक्टर को लाइन अटैच कर दिया गया है मामले की जांच के लिए एएसपी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पीड़ित पत्रकार कनिष्क तिवारी ने बताया कि वह शनिवार को शाम को कोतवाली के बाहर रंगकर्मी नीरज कुन्देर की रिहाई और सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की खबर कवरेज कर रहे थे तभी पुलिस कर्मी प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ बर्बरता पूर्वक थाने के भीतर उठा ले गई आरोप है कि सामाजिक मुद्दों को लेकर कई बार खबरों के माध्यम से कनिष्क तिवारी ना केवल पुलिस को गिरा था बल्कि विधायक सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला को बाल बनाना भी आड़े हाथों लिया था जिसके बाद से दोनों के बीच में एक लकीर से खिंच गई कहा जा रहा है कि थाना प्रभारी सोनी विधायक की वफादारी का परिचय देते हुए पत्रकार कनिष्क तिवारी की वजह स