सीधी– संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में टी-18 मादा बाघ की कटनी चोपन जाने वाली मालगाड़ी से चोट लगने पर मौत हुए लगभग 4 दिन से अधिक हो चुके हैं, विभाग ने शावकों का लोकेशन सर्च कर लिया है जिसके उपरांत उन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान में पहुंचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया जा रहा है परंतु समाचार लिखे जाने तक उसे सफलता हासिल नहीं हो सकी है।
कई दिनों से भूखे प्यासे हैं चारों शावक
अपनी मां के बिछड़ने के गम से इन मासूम शावकों को इतना अधिक तनाव है कि वो कुछ भी खाने को तैयार नहीं है। याद दिलाते चलें कि मृत मादा बाघ टी-18 जिसने 8 माह पूर्व 4 शावकों को जन्म दिया था जो सभी सुरक्षित व पूरी तरह तंदुरुस्त थे अभी तक में शावकों की उम्र महज 8 माह है।
बंधे हुए शिकार को भी खाने को तैयार नहीं
विन्ध्य न्यूज को प्राप्त एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक संजय टाइगर रिजर्व के विभागीय अमले द्वारा इन चारों शावकों को सर्च कर लिया गया है जो बघनार नाला के पास विचरण कर रहे हैं। इनके भोजन के लिए उसी इलाके में 3 बकरे और एक पाड़ा को भी बांधकर रखा गया है परंतु ये मासूम शावक अपनी मां के गम में इतने तनाव में हैं कि वो इन बंधे हुए जानवरों का भी शिकार नहीं कर रहे हैं।
हर पल मंडरा रहा भूंख और जंगली जानवरों से मौत का साया
माँ शावकों की सुरक्षा कवच होती है लेकिन माँ के न रहने पर कोई अन्य बाघ या हिंसक जानवर भी शावकों को मार सकते हैं। हालांकि टाइगर रिजर्व के जिम्मेदार अधिकारी इन शावकों को सर्च कर उन्हें निरंतर अपनी निगरानी में रखे हुए हैं परंतु 4 दिनों से भोजन त्याग चुके इन मासूमों की भूख और जंगली जानवरों के खतरे से अभी भी से इनकार नहीं किया जा सकता ।
ट्रेंकुलाइज ना कर पाने की मजबूरी
इन चारों मासूम शावकों को ट्रेंकुलाइज करके पकड़ने में भी टाइगर रिजर्व को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि ये मासूम शावक जैसे ही टाइगर रिजर्व के हाथियों के झुंड को या विभागीय वाहनों को अपने आसपास आता देखते हैं तो ये असुरक्षा की भावना से बचपन भरी भागदौड़ मचाना शुरू कर देते हैं जिससे किसी भी जंगली जानवर को ट्रेंकुलाइज करने में तकनीकी रूप से उस जानवर के जिस स्थिरता की जरूरत होती है वो विभाग को नहीं मिल पा रही है और एक शावक को ट्रेंकुलाइज करने में विभाग को खतरा ये है कि बाकी शावक ऐसी जगह न भाग जाएं जिससे उन्हें भी सर्च करना और मुश्किल हो जाए।
टाइगर रिजर्व की है पूरी नजर: सिंह
संजय टाइगर रिजर्व सीधी के फील्ड डायरेक्टर वाईपी सिंह ने ‘विन्ध्य न्यूज’से खास चर्चा के दौरान बताया कि इन चारों शावकों को लोकेशन सर्च कर लिया गया है। और बीते शनिवार को इन्हें पकड़ कर सुरक्षित स्थान में ले जाने के लिए तकरीबन डेढ़ सौ लोगों को इकट्ठा कर घेरा बनाया गया था परंतु ये शावको क्योंकि बहुत छोटे हैं और खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं जिससे ये अलग-अलग दिशा में भागना प्रारंभ कर देते हैं इस कारण ना इन्हें ट्रेंकुलाइज किया जा सकता है और ना ही इन्हें किसी अन्य विधि से पकड़ने में अभी तक सफलता प्राप्त हुई है।
श्री सिंह ने बताया कि इनके भोजन के लिए बकरी एवं पांडा को उसी इलाके में बांधा गया है परंतु उन्होंने अभी तक कोई भी शिकार नहीं किया है जो टाइगर रिजर्व के लिए भी एक चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि आज इन शावकों के लिए बकरे का कटा हुआ मीट भी उनके वितरण क्षेत्र में उपलब्ध कराया जावेगा।
फील्ड डायरेक्टर ने कहा कि टाइगर रिजर्व का पूरा अमला इन चारों शावकों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे नजर बनाए हुए हैं, विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की उसी एरिया में विशेष तैनाती कर उन्हें सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही इन चारों शावकों पकड़ने में विभाग को सफलता मिलेगी और इन्हें सुरक्षित स्थान पर इनके वयस्क होने तक रखा जाएगा।