रीवा 27 मार्च । मध्य प्रदेश सहित विंध्य के कद्दावर नेता रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते “बाबला” तिवारी उर्फ विवेक उम्र 47 वर्ष का लंबी बीमारी के चलते दिल्ली में शनिवार की सुबह तकरीबन 11:00 बजे निधन हो गया। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।
“बाबला”विवेक तिवारी का निजी विमान से पार्थिव शरीर रीवा पहुंचेगा। “बाबला” जी के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन लोगो के लिए 1.30 बजे दोपहर रीवा अमहिया पर रखा जाएगा। अमहिया में अंतिम दर्शन के बाद तिवनी उनके पैतृक गांव में पार्थिव शरीर पंचतत्व मे विलीन होगा। रीवा में समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा।
करीबी कांग्रेस के नेताओं ने बताया कि बाबला को लीवर और किडनी में इन्फेक्शन होने की वजह से लगभग 15 दिन से दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आती जा रही थी डॉक्टरों ने बाबला को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा था इसके बाद भी उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ और शनिवार को उनका निधन हो गया।
निधन की खबर जैसे ही विंध्य की जनता के पास पहुंची पूरे सूबे में शोक की लहर दौड़ गई। क्योंकि जनता ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के परिवार में महज 2 साल के भीतर तीसरे सदस्य को खोने का सदमा मिला है आपको बताते चलें कि रीवा के मनगवां विधानसभा के तिउनी गांव के निवासी श्री निवास तिवारी का जन्म 17 दिसंबर 1926 को एक गरीब किसान परिवार में हुआ वह 2 फरवरी 1999 से 12 दिसंबर 2003 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रहे वह दुनियाभर में सफेद शेर के नाम से मशहूर थे
क्योंकि दुनिया पहला सफेद बाघ मोहन विंध्य में ही पाया गया था साथ ही श्रीनिवास तिवारी की आंखों की भौहे शुरुआती दौर से ही सफेद थी वह हर पल सफेद बालों के साथ सफेद कुर्ता पजामा पहना करते थे। शेर जैसी दहाड़ और अधिकारियों में धमक ऐसी कि लोग सफेद शेर कहने को मजबूर हो गए । उनका निधन 19 जनवरी 2018 को दिल्ली में हुआ था । उनका सबसे प्यारा पोता बबला ही था। तत्कालीन कांग्रेस की सरकार में विंध्य क्षेत्र पर बाबा और पोते की जोड़ी खूब चलती थी। क्योंकि बबला के पिता अरुण तिवारी का निधन बवला के जन्म के कुछ साल पहले हो गया था ऐसे में बबला की परवरिश श्रीनिवास तिवारी ने ही की थी।
विंध्य के राजनैतिक जानकार बताते हैं कि श्रीनिवास तिवारी के दो बेटे थे। पहले बेटा अरुण तिवारी जिनके पुत्र विवेक तिवारी उर्फ बबला थे । वही दूसरे बेटे स्वर्गीय सुंदरलाल तिवारी थे।सांसद श्री तिबारी प्रखर वक्ता के साथ अपने क्षेत्र की जनता की आवाज हमेशा बुलंद की हैं। एक बार रीवा लोकसभा से सांसद और गुड़ विधानसभा से एक बार विधायक रहे हैं। उनका जन्म 13 दिसंबर 1957 को हुआ लेकिन 63 वर्ष की आयु में 11 मार्च 2019 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया और इनके पुत्र राजा तिवारी हैं जो 2019 में कांग्रेस की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं वहीं उनकी पत्नी 2018 में सिरमौर क्षेत्र से कांग्रेस की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं।
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