Singrauli 27 मार्च, संजय गांधी नेशनल पार्क बगदरा सिंगरौली में पदस्थ रेंजर को लोकायुक्त पुलिस रीवा की टीम ने रविवार की शाम 8 बजे 20 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. जप्त जेसीबी को छोडऩे के एवज में 40 हजार की रिश्वत मांगी थी. पूर्व में 20 हजार ले चुका था और रविवार को 20 हजार लेते हुए लोकायुक्त के हांथ चढ़ गया.
लोकायुक्त पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता तीरथ प्रसाद गुर्जर पिता राधेराम सिंह गुर्जर ग्राम बगदरा कुलकबार तहसील चितरंगी जिला सिंगरौली जो कि पेशे से कृषक है उसके द्वारा एसपी लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की गई थी कि जप्त जेसीबी छोडऩे के एवज में संजय गांधी नेशनल पार्क बगदरा के रेंजर गोपाल उइके द्वारा 40 हजार रूपये की मांग की गई है और 20 हजार रूपये रिश्वत के लिये जा चुके है. शिकायत के बाद एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने मामले की जांच कराई और आनन-फानन आरोपी रेंजर को रंगे हांथ गिरफ्तार करने के लिये योजना बनाई गई. रविवार को आरोपी रेंजर 20 हजार लेकर शिकायतकर्ता को बुलाया था. रात 8 बजे जैसे ही शिकायतकर्ता 20 हजार लेकर आरोपी रेंजर गोपाल उइके के सिहावल स्थित शासकीय मकान पर पहुंचा उसी समय लोकायुक्त पुलिस ने 20 हजार लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है. कार्यवाही निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार के नेतृत्व में की गई. जबकि साथ में उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार, उपनिरीक्षक आकांक्षा पाण्डेय सहित 15 सदस्यीय दल मौजूद रहा.
आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि रेंजर गोपाल उइके को 20 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने जप्त जेसीबी छोडऩे के लिये 40 हजार की रिश्वत मांगी थी. पूर्व में 20 हजार हजार रूपये ले चुका था. रविवार की शाम 20 हजार लेते लोकायुक्त पुलिस ने ट्रेप किया है. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
अवैध रेत कारोबारियों को था संरक्षण
सोन घडियाल क्षेत्र में अवैध रेत को लेकर आरोपी रेंजर पर माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लग चुका है. सोन घडियाल क्षेत्र में खुलेआम रेत की अवैध निकासी हो रही है. जिस पर रेंजर पर आरोप लगाया गया था. यहां पर खुलेआम अवैध तरीके से रेत निकाल कर यूपी एवं अन्य जिलों में भेजी जाती है. अवैध कारोबारियों को रेंजर द्वारा संरक्षण दिया जा रहा था. इनकी कार्यप्रणाली को लेकर कई तरह के सवाल उठे थे और शिकायत भी की गई थी. अपनी दबंग छवी बनाने में लगे रेंजर आखिरकार किसान से 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गये.