फायर ब्रिगेड के मामले में प्रशासनिक तौर पर सार्थक पहल का अभाव,जिले भर में बढ़ रही आगजनी की घटनाएं
सीधी — जिले में आगजनी की घटनाओं का मामला दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। कहीं पहाड़ तो कहीं खलिहान एवं घरों में आगजनी की वारदातें हो रही हैं लेकिन आज तक इस मामले में जनप्रतिनिधियों, प्रशासन एवं सरकार द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है। स्थिति यह है कि नगर पालिका क्षेत्र में मात्र एक दमकल सहित तीन नगर पंचायत में एक-एक दमकल की व्यवस्था है बाकी जगह कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जा रही है। जबकि हर थानों में फायर ब्रिगेड की व्यवस्था होनी चाहिए। गर्मी के समय में आगजनी की घटनाएं अक्सर कहीं न कहीं लापरवाही या अन्य कारणों से होती रहती हैं। इसके बावजूद भी जिले के जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन द्वारा इस मामले में कोई पहल नहीं की जा रही है। सरकार भी मामले को लेकर कोई पहल नहीं करना उचित समझती है।
स्थिति ये है कि जबसे नगर पालिका क्षेत्र गठित हुआ उस दौरान एक फायर ब्रिगेड था उसके कुछ वर्षों बाद एक फायर ब्रिगेड और आया लेकिन कुछ वर्षों बाद पुराना फायर ब्रिगेड खराब हो गया। इस तरह अब नगर पालिका में मात्र एक फायर ब्रिगेड के सहारे काम चलाया जा रहा है। वहीं नगर पंचायत मझौली, रामपुर नैकिन एवं चुरहट में एक-एक फायर ब्रिगेड है। इस तरह चार फायर ब्रिगेड के भरोसे पूरा काम कराने का जिम्मा प्रशासन को दिया गया है। ऐसे में भला आग बुझाने के लिए जब पर्याप्त दमकल ही नहीं हैं तो खलिहान में आग लगी या घरों में या फिर पहाड़ों में फिर दमकल कैसे पहुंच सकते हैं। सूचना देने के बाद दमकल के पहुंचने के पहले ही आग की लपटें इतनी तेज होती हैं कि घर स्वाहा हो जाते हैं।
जनप्रतिनिधि भी है पूरी तरह निष्क्रिय
भाजपा सरकार में जिले के जनप्रतिनिधि भी इस मामले को लेकर अनदेखी कर रहे हैं। दमकल का आभाव होने को लेकर जब सवाल किया गया तो विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि किसी न किसी बहाने की बात कर बयान देने से कतराते रहे। सरकार एवं जनप्रतिनिधियों की भूमिका इस मामले में पूरी तरह निष्क्रिय एवं पल्ला झाड़ने वाली दिख रही है। यही वजह है कि आगजनी की घटना होने के बाद मामले को लेकर कोई स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं है।
हर थानों में होना चाहिए फायर ब्रिगेड
जिले के हर थानों में फायर ब्रिगेड होने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने पहले तो घोषणा की थी लेकिन स्थिति ये है कि थानों में फायर ब्रिगेड नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रों के अलावा अन्य जगह नहीं है। जिस वजह से यदि अमिलिया थाना क्षेत्र में आगजनी की घटना होती है तो सीधी से दमकल मगाने तक घर एवं खलिहान स्वाहा हो जाता है। वहीं पहाड़ों में भी इन दिनों लग रही आग को लेकर विभाग एवं अन्य अधिकारी कोई पहल नहीं कर रहे हैं।
किसानों के साथ सरकार कर रही अन्याय : विकास
प्रदेश कांग्रेस किसान संगठन के मंत्री विकास चौहान पिंकू ने कहा कि वर्तमान में सरकार की जो उपेक्षा किसानों के प्रति दिख रही है वह समझ से परे है। किसानों के साथ सरकार का ये अन्याय दुर्भावनापूर्ण है। उन्होने कहा कि जिले में आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड का अभाव है। जिस वजह से किसानों के मेहनत की कमाई खलिहान में नष्ट हो रही है, घर जल रहे हैं, जंगल जल रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार को सोचने की जरूरत है। श्री सिंह ने कहा कि हम तो प्रदेश सरकार से यह मांग करते हैं कि जिले के हर थानों में दमकल की व्यवस्था उपलब्ध करायी जाये। जिससे की आगजनी की घटना की वारदाते होने के बाद सूचना देने के बाद फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच सके। युवा नेता विकास ने कहा कि सरकार किसानों के हितैषी की बात करती है लेकिन आगजनी जैसी घटनाओं को लेकर भी फायर ब्रिगेड की व्यवस्था नहीं कर पा रही है।
फायर ब्रिगेड मंगवाने के लिए करेंगे प्रयास : कलेक्टर
जिला कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि हम इस कोशिशों में लगे हैं कि फायर ब्रिगेड हर थाना स्तर में होना चाहिए। इसके लिए पूरी कोशिशों में हैं। नगर पालिका को भी बोला गया है कि जहां भी आगजनी की घटना होती है तुरंत दमकल भेजा जाये। जो भी दिक्कतें होंगी इसके लिए हम कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा दमकल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
जल्द ही उपलब्ध होगा एक और फायर ब्रिगेड : कमला
नगर पालिका सीएमओ सुश्री कमला कोल ने कहा कि जिले में जल्द ही एक नया फायर ब्रिगेड उपलब्ध होगा। उन्होने बताया कि फिलहाल नपा में एक ही दमकल है। इसके पहले एक और दमकल था जो कि खराब हो चुका है। जबकि दूसरे दमकल के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है जो जल्द ही नगर पालिका को उपलब्ध हो जाएगी। उन्होने कहा कि निश्चित रूप से दमकल की जिले में आवश्यकता है।