सीधी।जिले में पुरानी पेंशन नीति को लागू करने की मांग तेज हो गई है. जिले भर के पेंशन विहीन कर्मचारी, शिक्षक आज पूजा पार्क में पर इकट्ठा हुए और प्रदर्शन किया.नई पेंशन स्कीम के स्थान पर पुरानी पेंशन लागू करने के लिए सीधी जिले के मुख्यालय में आज कर्मचारियों का हुजूम उमड़ा। दूरस्थ अंचलों कुसमी, सिहावल,चुरहट,सेमरिया, रामपुर नैकिन, मझौली, बहरी समेत जिला भर के सभी विभाग के कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन की बहाली के लिए आज स्थानीय पूजा पार्क में एकत्रित हुए।
विभिन्न विभाग के कर्मचारियों ने पूजा पार्क में पुरानी पेंशन स्कीम और नई पेंशन स्कीम में क्या अंतर है ,को अपने साथियों को बताया और अपने अपने विचार व्यक्त किए ।कर्मचारियों ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकार का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि राजस्थान और छतीसगढ़ की सरकारों ने बिना मांगे कर्मचारी अधिकारियों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया है. ठीक उसी तरह शिवराज सरकार को बिना आंदोलन किए कर्मचारी कल्याण के लिए कदम आगे बढाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन योजना लागू करने में गंभीर नहीं दिख रही है. मजबूरीवश कर्मचारियों को मांग के समर्थन में सड़कों पर उतरना पड़ रहा है.तत्पश्चात गगनभेदी नारे लगाते हुए पंक्तिबद्ध तरीके से पूजा पार्क से कलेक्ट्रेट तक पैदल सह वाहन रैली निकालकर, माननीय मुख्यमंत्री महोदय मध्यप्रदेश को ,जिला कलेक्टर सीधी के माध्यम से एक सूत्रीय मांग का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से 2005 से बंद पुरानी पेंशन को मध्यप्रदेश सिविल सेवा पेंशन अधिनियम 1976 के अनुसार जस का तस लागू करने का अनुरोध किया गया है।
कर्मचारियो ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी अभी भी मांगे नहीं मानी जाती है तो 3 अप्रैल को भोपाल कूच कर आन्दोलन करेंगे.कर्मचारियो ने मांग की कि नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता दी जाय। समस्त विभाग के कर्मचारियों ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय से अनुरोध किया है कि आपके नेतृत्व में आपकी सरकार ने कर्मचारी हितैषी कई निर्णय लिए हैं और इस बार भी पुरानी पेंशन लागू करके आप भी लाखों कर्मचारियों के दिलों में अपनी जगह बनाएंगे। ज्ञापन में मुख्य रूप से शासकीय अध्यापक संगठन शिक्षा विभाग,राजस्व विभाग,स्वास्थ्य विभाग,महिला बाल विभाग ,सिंचाई विभाग के लगभग पांच हजार अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए