Singrauli News 1 अक्टूबरजेड कछुए की गति से चल रहे सीधी-सिंगरौली एनएच-39 निर्माणाधीन सड़क कार्य को लेकर लगातार शासन-प्रशासन एवं एमपीआरडीसी की हो रही किरकिरी को देखSingrauli News: कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने सख्ती दिखाई है। एमपीआरडीसी व संविदाकार को दिसम्बर महीेन तक तीन अलग-अलग स्थानों के कार्य को पूर्ण करने का डेड लाईन तय किया है।
गौरतलब हो कि सीधी-सिंगरौली एनएच-39 का कार्य करीब 13 वर्षों से चल रहा है। दूसरी बार उक्त कार्य की स्वीकृति मिली। जहां वर्ष 2023 में कार्य पूर्ण करने का डेडलाईन तय है। किन्तु आरोप है कि संविदाकार तिरूपति कांस्ट्रक्शन का कार्य कछुए की गति से चल रहा है। जिसको लेकर लगातार एमपीआरडीसी के साथ-साथ शासन-प्रशासन की भी आलोचना हो रही है। वहीं सजहर मार्ग में सड़क के दरकने से कलेक्टर ने आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। जबकि नियमानुसार एनएच 24 घण्टे तक भी आवागमन प्रभावित नहीं किया जा सकता।
आरोप है कि सीधी-सिंगरौली जिले में अधिकांश कायदे कानून गौड कर दिये जाते हैं। फिलहाल जर्जर सड़क के चलते आवागमन पर रोक लगाया गया है। किन्तु आरोप यह भी है कि संविदाकार के द्वारा तीव्र गति से एनएच-39 का कार्य नहीं किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि क्या 2023 के अंदर सड़क का कार्य पूर्ण हो जायेगा या फिर 12-13 साल की तरह एनएच-39 में जान जोखिम डालकर यात्रा के मंगल कामनाएं करते हुए हिचकोले गड्ढे से गुजरते रहेंगे। अभी इस पर कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। इधर कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने निर्माणाधीन फोर लेन के कार्य को लेकर सख्त तेवर अपनाया है।
जानकारी के मुताबिक कलेक्टर ने निर्माणाधीन सड़क को पूरा करने के लिए तीन खण्ड (हॉटस्पाट) तय किया है। जिसमें पहला मोरवा मुख्य मार्ग से लेकर झिंगुरदह तक, दूसरा सजहर के जंगल जहां पर अभी हाल ही में रोड धस गयी थी एवं तीसरा गोपद नदी पुल का निर्माण कार्य दिसम्बर महीने तक पूरा किये जाने संविदाकार को निर्देशित किया गया है। जहां संविदाकार ने भी कलेक्टर राजीव रंंजन मीना को आश्वस्त किया है कि दिसम्बर महीने तक इन तीनों जगहों पर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा। साथ ही इसके अलावा अन्य पुल-पुलियों का कार्य भी कराये जाने के निर्देश कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने दिया है।
कर्थुआ-बहरी के बीच एक जेसीबी के सहारे चल रहा कार्य
निर्माणाधीन सड़क के कार्य की प्रगति अत्यंत धीमी बतायी जा रही है। आलम यह है कि कर्थुआ से लेकर बहरी-गोपद नदी तक केवल एक जेसीबी पहाड़ो को काटने में लगी हुई है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तिरूपति कांस्ट्रक्शन कंपनी कार्य को पूर्ण कराने के प्रति कितना संजीदा है। लगातार विपक्षी दल एनएच-39 के निर्माण कार्य को लेकर सरकार को घेर रहे हैं। इसके बावजूद आरोप है कि संविदाकार इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। वहीं एमपीआरडीसी के अधिकारियों पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया जा रहा है।
सजहर मार्ग बंद होने से मुसाफिरों की बढ़ी मुसीबतें
निर्माणाधीन एनएच-39 सड़क मार्ग सजहर जंगल के समीप एक पखवाड़े से ऊपर समय से धसने के कारण बड़े वाहनों का आवागमन बंद है। जिससे बसों में सवार यात्रियों एवं मालवाहक वाहनों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों जहां यात्री बसें देवसर से खड़ौरा, बड़ोखर मार्ग होते हुए बरगवां पहुंच रही हैं तो वहीं मालवाहक वाहन सीधी से महुआगांव,सरई होते हुए परसौना के रास्ते बैढऩ पहुंच रही हैं। जिससे वाहन मालिकों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। साथ ही वाहन चालकों को तकरीबन 60 किमी अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। जिससे वाहन चालकों सहित मालिकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।