liquor sales figures 2024 : सिंगरौली में शराब के शौकीनों ने सरकार के खजाने में दिल खोलकर पैसा दिया है. यहां के लोग एक साल में अरबों की शराब पी गए. पिछले साल के मुकाबले इस बार 14 करोड रुपए की ज्यादा की शराब जिले के लोग पियेंगे। हालांकि इस आंकड़े में शराब के एमआरपी से अधिक रेट में बेंचने की कीमत नहीं जुड़ी है नहीं तो यह आंकड़ा और भी बढ़ जाता। जिले के किसी भी सरकारी ठेके की दुकान में रेट लिस्ट कई सालों से नहीं लगाई जा रही।
liquor sales figures 2024 : सिंगरौली : झूम बराबर झूम शराबी गाना सिंगरौली के लोगों के लिए सटीक संदेश दे रहा है. यहां सिर्फ सिंगरौली के नहीं बल्कि देश-विदेश के हर कोने से आए लोग खूब शराब पीते हैं। स्थानीय और बाहरी लोगों को मिलाकर शराब के शौकीन लोगों ने पिछले 1 साल में अरबों रुपए से ज्यादा की शराब पी डाली है. इसमें खास कर देसी शराब के शौकीन कुछ ज्यादा ही आगे दिखाई दे रहे हैं. वर्ष 2023-24 में सिंगरौली जिले में शराब बिक्री के जो आंकड़े सामने आए हैं वह चौंकाने वाले हैं. liquor sales figures 2024
आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार साल 2023-2024 में 47 देसी विदेशी मदिरा दुकानों का ठेका 129 करोड़ 48 लाख 25 हजार 6 सौ 35 रूपए का हुआ था। हालांकि शराब एमआरपी रेट से महंगे दामों में बिकी लिहाजा ठेकेदारों ने शराब प्रेमियों से खूब लौट खसोट की है। वही इस साल 1 अरब 43 करोड़ 57 लाख 96 हजार 656 रुपए में 47 दुकानों की नीलामी हुई है। ये आंकड़े आबकारी विभाग और राजस्व वसूली के लिए तो फायदेमंद हैं, लेकिन इसमें पिछले 1 साल में देसी शराब की 1457534 प्रूफ लीटर की बिक्री के साथ लोगों की जेब से करोड़ों रुपए निकल गए. वहीं किसी भी शराब ठेके की दुकान में साल भर शराब लिस्ट नहीं लगाए गए। ऐसे में ठकेदारों ने एमआरपी रेट से क्वार्टर व अध्धा 30 से 40 रूपए जबकि बोतल में 80 से 100 रूपए महंगी शराब बेची। ऐसे में ठेकेदारों ने 20 से 25 करोड रुपए शुद्ध मुनाफा कमाया। liquor sales figures 2024
वसूली का आदेश है, इसलिए कर रहे
शराब की बिक्री में अवैध वसूली व अनियमितता की शिकायत शहर सहित सभी गांवों में है लेकिन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की इसपर नजर नहीं है। उनसे पूछिये तो उन्हें शिकायतकर्ता चाहिए। अगर शिकायत भी करें तो कार्रवाई के नाम पर दिखावे की डांट-फटकार तक ही कार्रवाई हो रही। नतीजा यह हो रहा है कि दूसरे ग्राहक फिर ऐसे दुकानदारों के शिकार बन रहे हैं। जिले के सभी शराब ठेके की दुकानों में एमआरपी से अधिक कीमत की वसूली अनवरत जारी है। अधिकारी जहां मस्त हैं, वहीं दुकानदार बेखौफ हैं।दुकानदार तो यहां तक कहते हैं कि उन्हें वसूली का आदेश है, इसलिए कर रहे हैं। कौन आदेश दिया है, यह स्पष्ट नहीं करते लेकिन यह स्वीकार करते हैं कि वसूली का पैसा ऊपर तक पहुंचता है। liquor sales figures 2024
आबकारी अधिकारी का रहता है कमीशन ?
सरकारी शराब ठेके की दुकानों में एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब बेची जाती है।अधिक वसूली के चलते आए दिन उत्पाद दुकानों पर तू-तू, मैं-मैं होती रहती है। खरीदनी शराब है, इसलिए कुछ लोग बात आगे नहीं बढ़ाते हुए लोक-लाज के चलते अधिक कीमत देकर वहां से खिसकना ही जरूरी समझते हैं। liquor sales figures 2024
एक दुकानदार का सेल्समेन नाम न छापने के शर्त पर बताया कि नीचे से ऊपर तक सब का रेट फिक्स रहता है। सूत्रों की माने तो शराब ठेकेदारों को कमीशन देना रहता है ऐसे में यदि वह एमआरपी रेट से अधिक दाम पर शराब नहीं बेचेंगे तो उन्हें घाटा होगा लिहाजा ठेकेदार दुकानों में रेट लिस्ट नहीं लगाते। liquor sales figures 2024