CM : मध्य प्रदेश के मैहर में मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यक्रम में प्रवेश को लेकर आदिवासी भाजपा नेता एवं पुलिस के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बड़ा की पुलिस वाले नेताजी की सारी है हेकड़ी चंद मिनट में निकाल दी। वहीं चर्चा है कि पुलिस को आदिवासी नेता के साथ इस तरह से नहीं पेश आना चाहिए। पुलिस वालों ने नेताजी को सभा स्थल पर उनकी औकात दिखा दी। हालांकि इस बीच मौजूद पुलिसकर्मी बीच बचाव करते नजर आए इस पूरी वाक्ये का वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद आप सियासत गर्म आ गई है।
गौरतलब है कि मैहर के पूर्व एसडीओपी और वर्तमान में भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष फूलसिंह टेकाम मुख्यमंत्री मोहन यादव के सभास्थल पहुंचे और मंच के पास अपनी आरक्षित जगह जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। नेताजी को पुलिस का रोकना इस कदर नागवार गुजरा क्यों अपनी नेतागिरी झाड़ने लगे फिर क्या था पुलिस ने पल भर में नेताजी की सारी नेतागिरी झाड़कर रख दी। CM
दरअसल बतौर सुरक्षा के मध्य नजर भाजपा नेताओं को प्रवेश रोक दिया गया फिर क्या था गुस्सा आए नेताजी ने पुलिस पर जमकर अपनी भड़ास निकाली और वहां से चलते बने। इस बीच वहां मौजूद एक शख्स ने इस पूरे वाक्य का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया इसके बाद से अब सियासी पारा तूफान पर आ गया है अब चर्चा है कि सतना जिले में आदिवासी नेता के ऊपर हुए इस पुलिसिया सख्ती और दुर्व्यवहार का भाजपा नुकसान उठाना पड़ सकता है। CM
आदिवासी नेता की नाराजगी सिर्फ भाजपा को हो सकता है नुकसान
किसी ने सच्ची कहा है कि आदमी बलवान नहीं होता समय बलवान होता है कुछ दिन पहले जिम मैहर एसडीओपी फूल सिंह टेकाम की तूती बोलती थी आज जब वह अपने पद में नहीं है और भाजपा के नेता है आज उन्हीं के मातहत काम करने वाले कर्मचारी उन्हें उनकी औकात दिखा दी। आपको बता दें कि भाजपा ने जिले के आदिवासी गौड़ समाज को साधने के लिए फूल सिंह टेकाम को प्रतिनिधित्व दिया था, भाजपा के द्वारा दी गई जिम्मेदारी को फूल सिंह टेकाम ने बखूबी निभाया और आदिवासी नेता के तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई। CM
बताया जाता है कि आदिवासी समाज में उनकी अच्छी पकड़ है और वह अपने समाज के बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं ऐसे में जब चुनाव सर में है और सीएम के कार्यक्रम में उनके साथ पुलिस के द्वारा दुर्व्यवहार हुआ है अब उनकी नाराजगी भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है वही विपक्ष भी आदिवासी नेता के साथ हुए इस दुर्व्यवहार को मुद्दा बन सकती है ऐसे में यदि फूल सिंह टेकाम भाजपा से नाराज हुए तो इसका खामियां जब भाजपा को भुगतना पड़ सकता है। हालांकि यह देखने लायक होगा कि फूल सिंह टेकाम पुलिस के इस रवैया को किस नजरिया से देखते हैं। CM