Singrauli News : सिंगरौली। कृषि उपज मंडी बिलौंजी में सन 2020 में सुलभ कांप्लेक्स एनसीएल के सीएसआर मद से लाखों रुपए में बनाया गया था लेकिन उक्त कांप्लेक्स में हमेशा ताला बंद रहता है जिसके चलते व्यापारी काफी परेशान रहते हैं इसके बावजूद कृषि उपज मंडी सचिव कुंभकरण निद्रा में सो रहे हैं।
आलम यह है कि शहर को खुले में शौच मुक्त करने के लिए प्रशासन ने जगह-जगह सामुदायिक शौचालय का निर्माण भले ही कराया है लेकिन शहर के बीचो-बीच बने कृषि उपज मंडी परिसर के भीतर बने सामुदायिक शौचालय में ताला लग रहा है। इससे ना चाहते हुए भी लोगों को खुले में शौच करने के लिए मजबूरन जाना पड़ रहा है। इससे सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के दावे की पोल खुल रही है। बता दें कि सिंगरौली जिले में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कृषि उपज मंडी परिसर में शौचालयों का निर्माण लाखों रुपये खर्च करके कराया गया है। Singrauli News
यह शौचालय पिछले 3 साल से बनकर तैयार है लेकिन आज भी इस शौचालय में ताला लटक रहा है। जबकि कोरोना काल के बाद से कृषि उपज मंडी में सब्जी मंडी लगाई जा रही है। ऐसे में यहां 100 से ज्यादा सब्जी विक्रेता दुकान लगाते हैं। तो वहीं हर दिन 4000 से 5000 लोगों का आना जाना रहता है। जहां शौचालय ना होने के चलते खुले में शौच करने के लिए लोग मजबूर होते हैं। Singrauli News
कृषि उपज मंडी से सटी आधा सैकड़ा दुकानें संचालित हैं। जहां पर लोग एमपी ऑनलाइन, इनकम टैक्स, जीएसटी, रजिस्ट्री करने बाले सर्विस प्रोवाइडर की दुकानें संचालित है जहां काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं। कलेक्ट्रेट से लगा होने के कारण यहां लोगों की चहल-पहल भी अधिक रहती है। इतने व्यस्त बाजार में अगर किसी को लघुशंका जाना पड़े तो उसे या तो खुले में या फिर बाजार छोड़कर काफी दूर तक की दौड़ लगानी पड़ती है। इस समस्या को देखते हुए यहां के दुकानदार काफी समय से शौचालय बनाने की मांग कर रहे थे। Singrauli News
जिस पर गौर करते हुए एक नए सुलभ शौचालय का निर्माण तो हो गया पर उसमें ताला पड़ा हुआ है। उसे अभी तक शुरू नहीं किया गया है। शहर के बीचोबीच स्थित कृषि उपज मंडी में एक सुलभ शौचालय करीब 3 साल पहले बनकर तैयार है , मगर इसे अभी लोगों के लिए नहीं खोला गया है, जिससे यहां के दुकानदारों के साथ-साथ, बाजार में आने वाले ग्राहकों को लघुशंका के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है कभी कबार तो ऐसा भी नजारा देखने को मिल जाता है जिसमें महिलाओं को जिल्लत उठाने का सामना करना पड़ता है। इसे जल्द से जल्द शुरू कराया जाए । Singrauli News