सिंगरौली : पुलिस द्वारा वर्दी की आड़ में की गई लूट पर शायद इतिहास में पहली बार डकैती की धारा लगी है। यह बात सही है कि घटना इस जिले की नहीं है बल्कि सिवनी जिले से संबंधित है। जहां एक डीएसपी सहित कई पुलिसकर्मी निलंबित किये गये थे अब उन्हीं वर्दीधारियों के खिलाफ डकैती का अपराध कायम किया गया है। जिसकी चर्चा न केवल समूचे प्रदेश में है अपितु देशभर में हो रही है। अब सिंगरौली पुलिस पर भी प्रतिबंधित सोन नदी से रेत की लूट करने के आरोपी की चर्चा है, चर्चा के बीच वीडियो भी वायरल हो रहा है।
सोन नदी से रेत का खनन परिवहन प्रतिबंध होने के बाद भी बड़े स्तर पर परिवहन किया जाता है. यह बात किसी से छुपी नहीं है. इन माफियाओं पर सोन घड़ियाल अभ्यारण से लेकर पुलिस और प्रशासन कार्रवाई करने की बात तो करते हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही है. सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहे एक वीडियो इस बात का सबूत है कि गढ़वा थाना क्षेत्र में अवैध रेत खनन में पुलिस खुद शामिल नजर आ रही है. वीडियो रात का नहीं बल्कि दिन के उजाले का है। जहां रेत का सोन नदी के घाट से अवैध परिवहन किया जा रहा है।
वायरल वीडियो गढ़वा थाना क्षेत्र के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खटाई के खेल मैदान का हैं। जहां से रेत लोड हाईवा निकल रहा है वही स्कूल के मैदान में ही रेत का अवैध भंडार किया गया है। यहां लंबे समय से सोन नदी का सीना छलनी करके हाइवा और ट्रैक्टर से अवैध रेत निकाला जाता है. जहां से लगभग पचासों गाड़ियां खटाई, क्योटली, ठठरा, राजाबर, बरवाडीह घाट से रेत लोड होता हैं और आसपास के गांव से लेकर उत्तर प्रदेश राज्य में खपाया जाता हैं. यहां की रेत की क्वालिटी अच्छी होने के चलते बाजार में डिमांड भी रहती है।
चर्चा है कि थाना प्रभारी का कारखास आरक्षक उपाध्याय रेत माफिया के एक ट्रैक्टर या फिर हाईवा से प्रतिदिन के हिसाब से सोन नदी से रेत ले जाने का एंट्री फिक्स करता है। यहां महीने में नहीं बल्कि प्रतिदिन के हिसाब से ट्रेक्टर और हाईवे से एंट्री वसूली जाती है। रेत के एक कारोबारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां उपाध्याय प्रतिदिन एक ट्रैक्टर से 5 हजार रुपए जबकि हाईवे से 10 हजार लेने के बाद से ही रेत के अवैध कारोबार में एंट्री देता है।
सुविधा शुल्क देने के बाद रेत माफिया दिन दहाड़े धड़ल्ले से अवैध रेत का कारोबार करते हैं. जिसका एक वीडियो आज सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है. इस संबंध में जब थाना प्रभारी विद्यावारिधि तिवारी को फोन लगाकर उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
पैसे दो और ट्रैक्टर और हाइवा चलाओं
गढ़वा थाना में पदस्थ आरक्षक उपाध्याय इन दिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर रेत से लोड हाईवा का वायरल हो रहे वीडियो ने विभाग की साख को गंभीर चोट पहुंचा रहा है। सोन नदी के किनारे वायरल हो रहे रेत से लोड हाईवा का वीडियो इस बात की गवाही है कि क्षेत्र में रेत माफिया और पुलिस के बीच चोली दामन का साथ है। चर्चा है कि आरक्षक उपाध्याय कहता है कि पैसे दो और ट्रैक्टर और हाईवा चलाओं, कोई नहीं पकड़ेगा। सूत्रों की माने तो उक्त आरक्षक द्वारा अवैध रेत और परिवहन को लेकर बाकायदा अपनी दर तय कर रखी है जो प्रति दिन के हिसाब से वसूली जाती है यह पूरी गतिविधियां थाना प्रभारी की जानकारी में ना हो गले नहीं उतरती।
