OMG : मध्य प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति ऐसी है कि पीजी और स्नातक योग्यता वाले भी यहां चपरासी की नौकरी के लिए आवेदन करने से नहीं चूकते। जी हां, ताजा घटना छतरपुर जिले के महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (Maharaja Chhatrasal Bundelkhand University) की है। यहां चपरासी के 16 पदों के लिए (For 16 Posts of Peon) हजारों बेरोजगारों ने आवेदन किया है। आवेदन करने वालों में 400 आवेदन पीजी योग्यता (400 Application PG Qualification) वाले और 800 स्नातक हैं(800 are graduates)। दिलचस्प बात यह है कि चपरासी की भर्ती के लिए केवल माध्यमिक यानी आठवीं पास योग्यता जरूरी है, लेकिन चपरासी बनने के लिए विश्वविद्यालय में अब तक कुल 1797 आवेदन आ चुके हैं.
OMG : विश्वविद्यालय में 16 पदों पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। इन पदों के लिए आवेदकों से 8 मई तक फॉर्म ले लिए जायेंगे । बुंदेलखंड में बेरोजगारी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि चपरासी के इन पदों के लिए 1797 लोगों ने आवेदन किया है. हैरानी की बात यह है कि इस नौकरी के लिए एमफिल और नेट क्वालीफाई उम्मीदवारों सहित 800 ग्रेजुएट, 400 पीजी कैंडिडेट्स ने भी आवेदन किया था, जिन्होंने 8वीं पास की योग्यता हासिल की थी। वहीं कुछ ने इस परीक्षा को लेकर हाईकोर्ट में गुहार लगाई है। परीक्षा के दौरान हाईकोर्ट से कोई निर्देश मिलने पर यह परीक्षा स्थगित भी की जा सकती है।
4 जून को लिखित परीक्षा
महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एसडी चतुर्वेदी ने बताया कि चतुर्थ श्रेणी के इन पदों के लिए 4 जून को लिखित परीक्षा कराई जाएगी. 7 सदस्यीय समिति इन परीक्षाओं को निष्पक्षता के साथ सम्पन्न कराने के लिए गठित की गई है. जिले के दो केन्द्रों पर यह परीक्षा आयेाजित की जाएगी. लिखित परीक्षा के बाद परिणाम सामने आएंगे. एसडी चतुर्वेदी ने बताया कि परीक्षा पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष तौर पर आयोजित कराई जाएगी.