CM Shivraj : सीएम शिवराज जी सिंगरौली जिला भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है। यहां होने वाले निर्माण कार्यों में जमकर रिश्वतखोरी होती है। जिले में कई अधिकारी रिश्वतखोरी के मामले में पकड़े गए। उसमें नगर निगम के अधिकारी सहित पुलिस महकमा भी शामिल है। भले ही लोकायुक्त भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों पर शिकंजा कसने में लगी है लेकिन अधिकारी रिश्वत लेना अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं। आय से अधिक संपत्ति की बात करें तो भाजपा पूर्व नगर निगम महापौर प्रेमवती खैरवार और एन के जैन पर ईओडब्ल्यू ने शिकंजा कसा है। कमोबेश स्थिति हालात अभी भी वैसे ही हैं अधिकारी बिना पैसे दिए किसी फाइल पर सिग्नेचर नहीं करते। आरोप तो यहां तक लगेगा की नगर निगम में खड़े वाहन डीजल पी रहे हैं, 80 लाख रुपए का स्टोन डस्ट सिर्फ कागजों में खरीद लिये वहीं क्षेत्र में हो रहे विकास कामों में गुणवत्ता को दरकिनार कर घटिया निर्माण कराया जा रहा है। पिछले दिनों वार्ड क्रमांक 30 में धंसी एक नाली तो सिर्फ एक बानगी है। CM Shivraj :
बता दे की नगर निगम में इन दिनों भ्रष्टाचार का खूब बोल बोल वाला है। यहां ठेकेदार काम पाने के लिए बिलो रेट में काम ले रहे हैं। एक ठेकेदारों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सभी कामों में बाबू, टाइम कीपर, इंजीनियर, एसडीओ सहित कमिश्नर का कमीशन रेट फिक्स है। बिना कमीशन दिए ठेकेदारों का कोई बिल पास नहीं होता है। भले ही काम कितना ही गुणवत्ता युक्त क्यों ना हो। ऐसे में ठेकेदार भी मजबूरन कमीशन देने के लिए घटिया कामों का निर्माण करवाता है। ऐसे में यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि ठेकेदार अधिकारी कर्मचारियों को कमीशन देने के चलते घटिया निर्माण कार्य कराने को मजबूर हैं। सूत्र बताते हैं कि सिंगरौली नगर निगम में इन दिनों अधिकारियों का 25 से 30% कमीशन हो गया है। ऐसे में गुणवत्ता युक्त काम की उम्मीद करना भी बेईमानी होगी।CM Shivraj
एक दिन की बारिश से धस गई नाली
नगर निगम की पोल उस समय खुल गई जब महज कुछ घंटों की बारिश से वार्ड क्रमांक 30 की नाली धस गई। नगर निगम के अधिकारियों ने अपनी कलाई छुपाने के लिए यह साबित करने लगे कि अभी निर्माण कार्य जारी है जबकि बताया जा रहा है कि काम पूरा हो चुका था बस पेमेंट होना बाकी था। यदि ठेकेदार ने सभी अधिकारियों का कमीशन दे दिया होता तो शायद पेमेंट भी हो जाता। CM Shivraj
80 लाख की डाल दिए क्रेशर डस्ट, फिर भी गड्ढे
पिछले परिषद बैठक में वार्ड क्रमांक 30 के पार्षद अनिल बैश्य ने 80 लाख की भस्सी खरीदी की जानकारी मांगी तो अधिकारियों के पसीने छूट गए। पार्षद ने आरोप लगाए कि वार्ड क्रमांक कई ऐसी सड़कें हैं जहां खाईनुमा गड्ढे हो गए हैं। इन रास्तों से गुजरना काफी खतरनाक हो चुका है। आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं, नगर निगम में गड्ढों में स्टोन डस्ट डालने के लिए पत्र भी लिखा लेकिन अधिकारियों ने सिर्फ भाजपा कार्यालय के पीछे एक गाड़ी डस्ट डालकर इतिश्री कर लिए।
इनका कहना है
नगर निगम में निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है, सारे काम गुणवत्ता विहीन हो रहे हैं, अधिकारी सभी कामों में कमीशन लिए बिना फाइल नहीं बढ़ाते, 80 लाख की बसें सिर्फ कागजों में खरीदी गई, बर्ड 30 में एक भी सड़क पर स्टोन डस्ट नहीं डाली गई है बड़े-बड़े गड्ढे हैं कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
अनिल वैश्य, पार्षद, वार्ड – 30 बैढ़न CM Shivraj
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