सिंगरौली 26 मई। सरस्वती उमावि बैढऩ के कक्षा 12 वीं बायो गु्रप के छात्र सुमित ने प्रदेश के टॉपटेन की सूची में 10 वां स्थान अर्जित किया है। जबकि महारानी लक्ष्मी बाई उमावि बरगवां में कक्षा 10 वीं में अध्ययनरत छात्रा कुमारी खुशबू शॉ ने प्रदेश की टॉपटेन सूची में 6 वां स्थान हासिल कर जिले एवं विद्यालय का नाम प्रदेश में रोशन करते हुए परिवार को गौरवान्वित किया है।
दरअसल आज गुरूवार को माध्यमिक शिक्षा मण्डल म.प्र. भोपाल के द्वारा कक्षा 12 वीं एवं 10 वीं का मुख्य परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। इस परीक्षा परिणाम में जिले के दो छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए जिले का नाम रोशन करते हुए परिवारजनों का मान बढ़ाया है। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद कक्षा 12 वीं के बायो गु्रप से उत्तीर्ण छात्र सुमित तिवारी के पिता अनिरूद्ध तिवारी सासन पावर रिलायंस में बतौर मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। वहीं इनकी मॉ अर्चना तिवारी शासकीय प्राथमिक विद्यालय देवसर में बतौर शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे सुमित दो भाई हैंं, बड़ा भाई पोलीटेक्रिक कॉलेज पचौर में अध्ययनरत है।
सुुमित तिवारी ने बताया कि परीक्षा के एक महीने पूर्व 3 से 4 घण्टे ही एकाग्रचित के साथ अध्ययन करता था। जैसे ही परीक्षा नजदीक आया और एक महीने का समय बचा हमने केवल एक-दो घण्टे ही पढऩा शुरू किया। उसके पहले मैंने सभी विषयों के पाठ्यक्रमों को अच्छी तरह से पढ़कर नोट्स बना लिया था। परीक्षा के समय केवल घण्टे-दो घण्टे ही इन्हीं प्रश्नोत्तरों को रिवीजन करता था। परीक्षा के समय हम ज्यादा टेंशन नहीं ले रहे थे, चूंकि जितना ज्यादा पढ़ाई पर जोर देकर वक्त देते उतना ही मेरे ऊपर खुद का दबाव बनता। मानसिक दबाव से मुक्त होने के लिए मैने परीक्षा के समय केवल एक-दो घण्टे ही वक्त दिया हूॅ और उसी का यह परिणाम है।
सुमित ने छात्रों से अपील भी किया है कि मानसिक दबाव से मुक्त होने के लिए यह सबसे बड़ा तरीका है। परीक्षा के समय जितना ज्यादा वक्त प्रश्नोत्तरों के लिए देंगे टेंशन उतना ही बढ़ेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं के समय कम समय देकर टेंशन मुक्त होने के लिए यह सबसे बेहतर तरीका है। इधर परीक्षा परिणाम घोषित होते ही सरस्वती विद्यालय में छात्र सुमित तिवारी ने अपने पिता के साथ पहुंचे। इस दौरान बधाई देने वालों का तांता लग गया। एएसपी शिव कुमार वर्मा एवं नगर निगम सिंगरौली के सहायक यंत्री प्रवीण गोस्वामी, डॉ.सुशील सिंह, ने होनहार छात्रों को सम्मानित करते हुए मुंह मीठा कराया। इस दौरान उत्कृष्ट छात्रों को पारितोषिक पुरस्कार भी दिया गया।
खुशबू सिविल सर्विसेज की करेगी तैयारी
महारानी लक्ष्मी बाई उमावि बरगवां में कक्षा 10 वीं की परीक्षा में 97.8 अंक हासिल कर प्रदेश में 6 वां स्थान अर्जित करने वाली छात्रा खुशबू शॉ आईएएस बनना चाहती है। पिछले माह जिला स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में विद्यालय का नाम रोशन की थी। विद्यालय के व्यवस्थाक एवं प्राचार्य सुशील शुक्ला ने बताया कि छात्रा खुशबू शॉ शुरू से ही उसका ध्येय उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का है। बार-बार कहती है कि मुझे आईएएस बनना है और ईश्वर की कृपा रही तो उसका सपना साकार भी होगा। उन्होंने बताया कि खुशबू के पिता की बड़ोखर में गेट नं.3 के पास पशु आहार की दुकान है और मॉ गृहणी हैं। आर्थिक स्थिति मध्यम है। उधर छात्रा ने इसका श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरूजनों को दी है और कहा कि आगामी 12 वीं की परीक्षा में मुझे प्रदेश में फिर से नाम रोशन करना है, ताकि मेरा सपना साकार हो।
जिले के कक्षा 10 वीं,12 वीं टॉप -3 की प्रावीण्य सूची
क्र. छात्र का नाम विद्यालय का नाम प्राप्त अंक
1 सूरज कुमार यादव शा.उत्कृष्ट उमावि वैढऩ 483
2 चंदन कुमार शाह सरस्वती उमावि विन्ध्यनगर 482
3 गरिमा सिंह सरस्वती उमावि सिंगरौली 481
4 रूपा दुबे सरस्वती उमावि सिंगरौली 481
कक्षा-12 वीं
क्र. छात्र का नाम विद्यालय का नाम प्राप्त अंक प्रतिशत
1 कमलापति मिश्रा सरस्वती उमावि देवसर 472 94.40
2 शिवम कुमार सोनी सरस्वती उमावि सिंगरौली 471 94.20
3 आर्यन सिंह चौहान सरस्वती उमावि चितरंगी 469 93.80
परीक्षा परिणाम डाउन,सरकारी विद्यालय टॉप-3 से भी बाहर
जिले का इस वर्ष कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं का परीक्षा परिणाम गत वर्ष की तुलना में डाउन रहा है। पिछले वर्ष 2021-22 में कक्षा 10 वीं का 70.24 एवं कक्षा 12 वीं का 78.51 फीसदी परीक्षा परिणाम रहा। जबकि इस वर्ष 2022-23 में परीक्षा परिणाम डाउन है। जिला शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक कक्षा 10 वीं में 60.58 एवं 12 वीं में 58.31 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा है। प्रदेश में जिले की रैकिंग 10 वीं में 36 एवं 12 वीं कक्षा की रैकिंग 11 वें स्थान पर है। कुल मिलाकर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कक्षा 10 वीं 9.66 प्रतिशत एवं 12 वीं में 20.2 प्रतिशत परीक्षा परिणाम कम है। उधर सबसे हैरानी की बात है कि जिले की एक भी सरकारी विद्यालय के छात्र-छात्राएं टॉप-3 के प्रावीण्य सूची में स्थान नहीं बना पाये हैं। जबकि जिले भर में तीन उत्कृष्ट एवं इतने ही मॉडल विद्यालय हैं।
सुमित चिकित्सक बनकर करेगा जनसेवा
सुमित तिवारी ने इस सफलता का श्रेय अपने गुरूजनों, माता-पिता एवं परिवार को देते हुए आगे के लक्ष्य के बारे में बताया कि मुझे चिकित्सक बनना है। शुरू से ही मेरा यही उद्देश्य है कि चिकित्सक बनकर जनसेवा करूं। मेरे माता-पिता हमेशा से मुझे प्रोत्साहित करते आ रहे हैं। परिवारजन आगे बढऩे के लिए सही रास्ता दिखाते आ रहे हैं। वहीं मेरे विद्यालय के गुरूजनों का आशीर्वाद सदैव रहा है।