MP News : सिंगरौली 11 अगस्त। पंजाब प्रांत से सिंगरौली मार्ग होकर बिहार प्रांत में भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब खपाने की तैयारी थी। किन्तु जियावन पुलिस के मुखबिरों के चलते भण्डाफोड़ हो गया और अंतर्राज्यीय शराब तस्करों के मंशा का भण्डाफोड़ होने के बाद अब खबरें आ रही हैं कि यह कारोबार आज से नहीं काफी दिनों से चला आ रहा है और इसमें बड़ा खेल हो रहा था। वहीं यूपी की एसटीएफ टीम की भूमिका पर भी तरह-तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं।
MP News : गौरतलब हो कि कल 9 अगस्त को जियावन पुलिस ने त्रिपुरा प्रांत के एक ट्रक से तकरीबन 550 पेटी अंग्रेजी शराब कीमत लगभग 60 लाख रूपये का जप्त कर पूरे प्रदेश में तहलका मचा दिया। यह शराब पंजाब प्रांत के करतारपुर से बिहार राज्य में परिवहन किया जाने वाला था। आरोपी करण सिंह एवं फतेह सिंह दावी के यहां एक व्यक्ति का फोन आया था। आरोपी ने जियावन पुलिस के पूछताछ के दौरान इस तरह से कबूलनामा किया है। इसके एवज में 40 हजार रूपये का सौदा तय हुआ था। 3 अगस्त को हरियाणा प्रांत के जिंद के एक मोटर गैरेज से ट्रक दिया गया। MP News :
दोनों आरोपी करतारपुर के लिए रवाना हो गये। इस दौरान फिर से संबंधित व्यक्ति का फोन आरोपियों के पास आया और ट्रक को ढाबा में खड़ा कर होटल में ठहर जाने के लिए कहा। 4 अगस्त को ट्रक शराब से लोड हुआ और करतारपुर से राजस्थान होते हुए आगरा मार्ग से ग्वालियर, झांसी के रास्ते से होकर छतरपुर,पन्ना, सतना, रीवा, सीधी से होकर सिंगरौली होते हुए अनपरा उत्तरप्रदेश से गढ़वा झारखण्ड के रास्ते से बिहार राज्य में ले जाने की योजना बनायी थी और शराब तस्कर गिरोह वाट्सअप काल के माध्यम से ही आरोपियों से बातचीत कर रहे थे। किन्तु जियावन पुलिस ने तस्करों के इस मंशा को चकनाचूर कर दिया।
वहीं पुलिस के अनुसार ट्रक का रजिस्ट्रेशन नंबर भी कूटर रचित रूप से तैयार कर प्लेट लगाया गया। सिंगरौली पुलिस वाहन के वास्तविक मालिक की तलाश में जुटी है। इधर सूत्र बता रहे हैं कि सिंगरौली के रास्ते से पहले भी इस तरह का खेला हुआ है। लेकिन इस बार शराब तस्करों के मंशा पर पानी फिर गया। सूत्र बताते हैं कि पंजाब की अवैध शराब बिहार और मध्य प्रदेश में खपाई जा रही है। यह खेल कोई नया नहीं है बल्कि लम्बें अर्से से चला आ रहा हैं। जबकि यूपी से मध्यप्रदेश में हेरोइन और कोरेक्स की खेप पहुंच रही हैं। इसके लिए नशा के सौदागर गढ़वा थाना का रास्ता अख्तियार किया हैं।
यूपी की एसटीएफ टीम सवालों के कटघरे में
गौरतलब हो कि जिस वक्त जियावन पुलिस थाना परिसर में अवैध शराब के साथ ट्रक को अपने कब्जे में लेकर कार्रवाई करने की तैयारी करने लगी। उसी दौरान यूपी की एसटीएफ टीम भी पहुंच गयी और उक्त ट्रक को अपने कब्जे में लेने की बात करने लगे। अब यहीं पर सवाल उठने लगा कि यूपी के एसटीएफ टीम को कैसे भनक लगी की शराब से भरे ट्रक को जियावन पुलिस ने पकड़ा है। चर्चाएं यहां तक की जा रही हैं कि उक्त एसटीएफ टीम इस कारोबार में पर्दे के पीछे संलिप्त तो नहीं है या फिर रास्ता दिखाया जाता रहा हो। सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि यदि एसटीएफ टीम को पहले से भनक थी तो झांसी से लेकर यहां तक कई जिलों के रास्ते का पार किया फिर दबोचा क्यों नहीं गया। कहीं न कहीं मामला संदिग्ध लग रहा है। ऐसी चर्चाएं जोर-शोर से हैं। MP News
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