Singrauli News सिंगरौली : जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में जिला पंचायत सदस्य अशोक सिंह पैगाम ने शिक्षक विभाग के साढे तीन करोड रुपए के भ्रष्टाचार सहित स्कूल के मरम्मत के पैसे में बंदरबांट करने की पोल खोल दी। इस बीच पक्ष विपक्ष के आरोप प्रत्यारोप पर खुशी जताते हुए डीईओ व डीपीसी ने ताली बजाकर सदन की मर्यादा को भंग किया है। डीईओ ने सदन में ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर डाली है। जिसको लेकर राजनीतिक गलियारे में सन्नाटा पसर गया है। हालांकि चर्यचा यह भी सच है कि डीईओ एसबी सिंह अपनी राजनीतिक सियासत की शुरुआत चितरंगी विधानसभा से करने का मन बना लिए हैं।
दरअसल, गुरूवार को जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक के दौरान अशोक सिंह पैगाम ने शिक्षा विभाग के डीईओ एसबी सिंह और डीपीसी राम-लखन शुक्ला पर साढ़े तीन करोड़ खरीदी में बंदरबांट के अलावा शासन से आई स्कूलों मरम्मत, बिजली व्यवस्था की साढ़े तीन करोड़ राशि में फर्जीवाड़ा किये जाने का मुद्दा सदन में उठाया था। उन्होंने शासन के नियम व राशि का ब्योरा पटल पर रखते हुए जांच कराने के साथ ही दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की थी। इस दौरान पक्ष और विपक्ष में तीखी नोंक झोंक हुई। जिससे खुश होकर डीईओ और डीपीसी ताली बजाकर सदस्यों को अपमानित कर दिया। Singrauli News
डीईओ और डीपीसी को बचा लिए सीईओ
बताया जा रहा है कि पक्ष और विपक्ष के बीच बढ़ते टकराव को देख खुश होकर डीईओ एसबी सिंह, डीपीसी राम लखन शुक्ला व उनके मातहतों ने ताली बजा दी, जिसके बाद सदस्य विखर पड़े। डीईओ और डीपीसी के ताली बजाने से अपमानित सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की। और अधिकारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लगने की मांग करने लगे। जिला पंचायत सदस्यों के तेवर को देख जिला पंचायत सीईओ ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने ताली बजाने वाले दोनों अधिकारियों को जेल भेजने की बात तक कह दी। लेकिन राजनीतिक संरक्षण होने के चलते अधिकारियों के चेहरे पर एक सिकन तक नहीं आई। Singrauli News
डीईओ ने 3.50 करोड रुपए का किया बंदरबांट
जिपं सदस्य अशोक सिंह पैगाम ने सदन पर सवाल उठाया कि डीईओ ने नियमों को ताक पर रखते हुए सीधे तीन फर्मों के नाम पर राशि आहरित करवा दिया पूर्व है। उन्होंने कहा कि भण्डार कय नियम/उपार्जन नियम के अनुसार 2.5 लाख से अधिक की सामग्री होने पर खुली निविदा, ई-टेंडरिंग, जैम पोर्टल पर आमंत्रित कर सामग्री खरीदा जाना चाहिए था। लेकिन जिम्मेदार डीईओ एसबी सिंह ने श्रीप्रदा सेल्स कार्पोरेशन, श्री धनलक्ष्मी ट्रेडर्स और जगदम्बा इंटरप्राइजेज को लाभ पहुंचाने के लिए काम दे दिया। इसके बाद न तो मरम्मत हुआ और न ही कोई खरीदी की गई। पूरी राशि का बंदरबांट कर ली गई है, इसलिए जिला पंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ करोड़ों रूपए की अनियमितता करने वालों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाएं। Singrauli News
