सिंगरौली। मोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक सरकारी विद्यालय में शिक्षक द्वारा छात्रों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का गंभीर मामला सामने आया है। ग्राम करेला स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भूगोल शिक्षक दशरथ साकेत पर आरोप है कि वह कक्षा के दौरान छात्रों को हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने के लिए लगातार प्रेरित करते थे। मामला तब गंभीर हुआ जब एक छात्र ने इसका लिखित शिकायत पत्र जिला प्रशासन व पुलिस को सौंपा।
फरियादी 17 वर्षीय छात्र वीरेंद्र कुमार बैस ने पुलिस को बताया कि शिक्षक दशरथ साकेत बीते कई दिनों से पढ़ाई के दौरान धार्मिक प्रचार कर रहे थे। छात्र का कहना है कि 26 नवंबर को क्लास में पढ़ाते समय शिक्षक ने फिर से सभी बच्चों को हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने की सलाह दी। जब छात्रों ने आपत्ति जताई तो शिक्षक ने गालियां दीं और धार्मिक प्रतीकों को भी जबरन हटाया।
वीरेंद्र ने बताया कि आरोपित शिक्षक ने उसके हाथ में बंधे रक्षा सूत्र को उतरवा दिया, गले में पहने हुए शंकर भगवान की छोटी मूर्ति को तोड़कर फेंक दिया और माथे पर लगा चंदन भी मिटा दिया। इससे छात्र की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक गौरव राजपूत, एसपी मनीष खत्री व एसडीओपी गौरव पांडेय के निर्देश पर थाना मोरवा प्रभारी इंस्पेक्टर यू.पी. सिंह की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। आरोपी शिक्षक के खिलाफ धारा 196(1)(ख), 296(बी) और 299 बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है।
पुलिस टीम में उपनिरीक्षक केपी सिंह बघेल, रुद्र प्रताप सिंह, सउनि सुनील दुबे, पिन्टू राय और आरक्षक आकाश पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मामले ने शिक्षा व्यवस्था में धार्मिक हस्तक्षेप को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस का कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर आगे की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
