सिंगरौली। मजदूरी करके बाइक में सवार होकर दो युवक वापस घर जा रहे थे, तो रास्ते में कोल वाहन चालक ने तेज गति से बाइक सवार को कुचल दिया, जिससे घटना स्थल पर ही एक की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। घटना शनिवार की शांम करीब 7.30 बजे की है।
आए दिन हादसे से सडक़ें हो रही लाल.
सिंगरौली जिले में कोल वाहन तीव्र गति से चलते हैं, जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है, और सडक़ें लाल हो रही हैं, फिर भी कोल वाहनों की गति को नियंत्रित कराने में पुलिस प्रशासन प्रयास नहीं कर पा रही है। बताया गया कि सुलियारी कोल माइंस के भारी वाहन ने खनुआ मे बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दिया, जिससे बाइक पर सवार एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना उस वक्त हुई जब बाइक क्रमांक एमपी 66 जेड़सी 6051 पर सवार युवक मार्ग से गुजर रहे थे, तभी तेज गति से आ रहा कोल वाहन सीजी 15 ईसी 9363 के चालक ने बाइक को टक्कर मार दिया। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि एक युवक ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया, वहीं दूसरा युवक सही सलामत हैं।
बाइक सवार खनुआ नया से काम करके वापस घर की ओर लौट रहे थे। सभी मजदूर बकहुल पंचायत के ठरकैला निवासी बताए जा रहे हैं। घटना थाना सरई इलाके के खनुआ मोड़ पर हुई। घटना की सूचना मिलते ही सरई थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह भदौरिया पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंच चुके हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि बाइक सवार ओवरटेक करने के चक्कर यह हादसा हुआ हैं। इस हादसे में सरई थाना अंतर्गत ठरकठैला गांव निवासी बृजभान (२२) पिता लक्षनधारी सिंह की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
हादसे के बाद आक्रोशित भीड़ ने किया चक्काजाम-
स्थानीय लोगों में हादसे को लेकर भारी आक्रोश देखने को मिला। घटना के बाद भीड़ आक्रोशित होकर चक्काजाम आंदोलन शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोल माइंस के वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण आए दिन सडक़ दुर्घटनाएं हो रही हैं। यह हादसा एक बार फिर खनन क्षेत्रों में सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
चक्काजाम आंदोलन देर रात तक चलता रहा। थाना प्रभारी समझाइस में जुटे रहे, किंतु भीड़ आंदोलन समाप्त करने को तैयार नहीं थी। उल्लेखनीय है कि ४ जुलाई को ही मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरई में आए हुए थे, जहां लोगों सहित विधायकों ने क्षेत्र में बढ़ती सडक़ दुर्घटना व कोल वाहनों की तेज गति को लेकर शिकायत किए थे, जिस पर मुख्यमंत्री ने एक सडक़ मार्ग को फोर लेन करनी की घोषणा किए थे, उसके अगले दिन ही सडक़ हादसे में एक युवक को फिर से जिंदगी गवानी पड़ी।