जमीन विवाद से जुड़ा है मामला, चितरंगी पुलिस ने नहीं लिखा था रपट, सगनरा का मामला
सिंगरौली। जिले के चितरंगी थाना क्षेत्र अंतर्गत सगनरा में बीते 19 अक्टूबर की रात्रि तकरीबन 10 बजे अधिवक्ता पर आधा दर्जन आदिवासियों ने जानलेवा हमला किया। इस घटना में अधिवक्ता लहूलुहान हो गया था। इसके बावजूद राजनीतिक संरक्षण के चलते आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। चितरंगी पुलिस ने अस्पताल में भर्ती तो कराया लेकिन रपट नहीं लिखी।
इधर जानकारी में अधिवक्ता अमरनाथ पाल पिता रामलगन पाल उम्र 35 वर्ष निवासी सगनरा ने बताया कि बीते 19 अक्टूबर को मेरे परिजन दीपदान करने के लिए चित्रकूट गए हुए थे। घर पर मैं और मेरा 11 साल का बच्चा के अलावा मेरे भाई की पत्नी घर में थे। रात्रि तकरीबन 10 बजे घर के सामने बच्चे के कहने पर पटाखा फोड़ने लगा। मेरे घर के सामने मेरी ही जमीन पर जिस पर मैं न्यायालय से स्थगन आदेश लिया हूं। उसके बावजूद लोलर सिंह और रवि सिंह जबरन कब्जा करके रहे हैं।
दोनों आकर बोलने वालों की यह वकील क्यों पटाखा फोड़ रहे हो। इतना कहते हुए हमारे ऊपर लाठी चला दी। मैं अपने आप को बचाने के लिए भागने लगा तो लोलर सिंह गोड़ और रवि सिंह गोड़ के अलावा उसके चार अन्य रिश्तेदार लाठी से मारने लगे। जहां लोलर सिंह गोड बका से सिर पर प्रहार किया। जिससे लहु लुहान हो गया और मैं जमीन पर गिर पड़ा। जमीन पर गिरने के बाद आधा दर्जन सरहंग मुझे छोड़कर भाग गए और मैं बेहोश हो गया। तब मेरे भाई की पत्नी ने 112 नंबर पुलिस को फोन लगाया और पुलिस आई। मुझे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चितरंगी में भर्ती कराया गया। इसके बाद जिला चिकित्सालय कर ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया। जिसके चलते जिला अस्पताल में मेरा उपचार चल रहा है।
रिपोर्ट दर्ज नहीं, जीरो पर हुई कायमी
पीड़ित का आरोप है कि चितरंगी पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं की, केवल अस्पताल में भर्ती कराया। चार दिन बाद, कोतवाली पुलिस ने जीरो पर केस कायम किया, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई। पीड़ित ने कहा कि चितरंगी पुलिस राजनीतिक संरक्षण के चलते आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
राजनीतिक दबाव में पुलिस
घायल अधिवक्ता ने बताया कि चार दिन पुराना मामला है लेकिन चितरंगी पुलिस ने कायमी नहीं की थी। और आरोपियों का खुला चैलेंज है कि जहां शिकायत करना है कर दो। क्योंकि मेरा कुछ नहीं होगा। अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी कहते हैं कि राज मंत्री का रिश्तेदार हूं जो करना हो कर लो। पीड़ित अधिवक्ता ने बताया कि बीते मंगलवार को राज्य मंत्री राधा सिंह जिला अस्पताल मुझसे मिलने आई थी। पूछ रही थी कि मेरा नाम क्यों लिया जा रहा है, तो मैं उनसे कहा कि लोलर सिंह गोंड के द्वारा यही कहा जाता है कि मैं राज्य मंत्री का रिश्तेदार हूं।मेरा कुछ नहीं होने वाला है।
