ग्वालियर। ग्वालियर में हुए हादसे के बावजूद राजगढ़ जिले में जिम्मेदार विभाग की नींद नही खुली है। यहां राजगढ़- पिपलोदी मार्ग पर एक ऑटो में पंद्रह से बीस लोग मौत को आमंत्रण देते हुए छतों तक पर बैठ कर बेख़ौफ़ सफर करते है इन्हें रोकने टोकने वाला कोई नही। इस मार्ग पर रोज इन ऐसे नजारों को देखने लोगो की माने तो ऐसे में कई बार हादसे भी हो चुके हादसों के बाद एक दो दिन चालानी कारवाई यातायात विभाग करता है फिर इसी हाल पर छोड़ देता है।
बता दें कि चलने वाले यात्री ऑटो में इस तरह ठूसमठूस यात्री भरे जा रहे हैं, कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। ऑटो के अंदर तो ठूसमठूस यात्री भरे जाना तो आम बात है लेकिन यहां तो आलम यह है कि ऑटो के ऊपर भी यात्रियों की सामग्री के तरह छल्ली लगी रहती है।ये हाल है राजगढ़- पिपलोदी जाने वाले रूट का। बताया गया कि इस रूट में महज दो यात्री बस ही चलती हैं, जिसके चलते यात्रियों की भरमार रहती है, लिहाजा इन बसों में यात्री ऊपर से अंदर तक ठूसमठूस यात्री भरे रहते हैं।
विंध्य न्यूज़ की पड़ताल में आरटीओ व यातायात विभाग की खुली पोल
विंध्य न्यूज़ द्वारा सोमवार को इस रूट की ऑटो का जायजा लिया गया तो चौंकाने वाली स्थिति देखने को मिली। इस रूट में बस से कम चलती हैं लिहाजा की ऑटो में जिस तरह अंदर ठूस-ठूस कर यात्री भरे हुए थे, उसी तरह 4 यात्री ऑटो की छत में सवार होकर सफर कर रहे थे। ऑटो में इस तरह यात्रियों का सफर करना खतरे से खाली नहीं है, फिर भी यात्री जान जोखिम में डालकर सफर करते नजर आए। ऑटो में यात्रियों के सफर करने का नजार इतना भयावह था कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो रहे थे, लेकिन ओव्हरलोड ऑटो में हादसे का खौफ न तो ऑटो चालक को था और न ही इस तरह सफर करने वाले यात्रियों में। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस तरह यात्रियों को लेकर चलने वाली ऑटो के विरूद्ध न तो आरटीओ द्वारा किसी तरह की कार्रवाई की जा रही है और न ही पुलिस द्वारा, लिहाजा कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
जिम्मेदारों का कहना है
इधर जिम्म्मेदार विभाग के यातायात थाना प्रभारी की माने तो मार्ग पर आवागमन के लिये बस सुविधा नही होने से ग्रामीण ऑटो में सफर करते है। थाना प्रभारी समय समय पर आदेश मिलने पर अभियान चलाते है पर अभी ग्वालियर हादसे के बाद कोई अभियान नही चलाया है ।