happy children’s day : भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म दिन 14 नवंबर को देश में बाल दिवस के रूप में बनाया गया। कहा जाता है की बच्चों को लेकर उनके मन के बहुत प्रेम था और वे उनमे भारत का भविष्य देखते थे। इसी कारण उनके जन्मदिन को पूरे देश में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है । बाल दिवस मनाने के पीछे दो वजह बताई जाती है. पहला देश के भविष्य यानी बच्चों को खास (गौरवान्वित) महसूस करवाने के लिए मनाया जाता है. दूसरा बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू का जन्मोत्सव भी इसी दिन आता है. बाल दिवस के दिन स्कूलों में पढ़ाई की जगह खेलकूद या फिर अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
इस दिन बच्चों पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजन किए जाते है, स्कूल के कार्यक्रमों के लेकर सरकारी आयोजनो तक आज के दिन आयोजित किए जाते है। इसी कड़ी में सोशल मीडिया भी अछूता नहीं है और सोशल मीडिया ऐप कू कर लोग बाल जीवन की महत्वता समझा रहे है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर कल की मांग किए।
नेताओं ने भी किया याद
पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर सभी राजनीतिक पार्टियों ने उन्हें याद किया और देश को बाल दिवस की शुभकामनाए दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने Koo पर लिखा – देश के उज्ज्वल भविष्य और उन्नति के कर्णधार सभी बच्चों व प्रदेशवासियों को ’बाल दिवस’ की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। प्रत्येक बच्चे का उन्नयन यूपी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। आइए, आज हम सभी बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहभागी बनने का प्रण लेकर ’बाल दिवस’ को सार्थकता प्रदान करें। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को उनकी जयंती पर भावपूर्ण नमन एवं देशवासियों को बालदिवस की शुभकामनाएँ।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को उनकी जयंती पर भावपूर्ण नमन एवं देशवासियों को बालदिवस की शुभकामनाएँ।#RememberingNehru pic.twitter.com/eH3XTEWWE5
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 14, 2021
पहले 20 नवंबर को मनाते दे बाल दिवस
कम लोग जानते होगे कि पहले बाल दिवस 14 नवंबर को नहीं 20 नवंबर को मनाया जाता था. इस दिन को बच्चों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के बारे में जागरुक करने के लिए मनाया जाता है पूरे विश्व में मनाया जाता था . भारत के अलावा बाल दिवस दुनिया भर में अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है. 27 मई 1964 को नेहरू का निधन हो गया था. फिर नेहरू के जन्मदिन को याद रखने के लिए 14 नवंबर बाल दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया. यह निर्णय नेहरू का बच्चों के प्रति प्रेम को देखकर ही लिया गया था.
मेरे बच्चों आप सभी को 'बाल दिवस' की आत्मीय शुभकामनाएं!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 14, 2021
प्रदेश और देश के मेरे प्यारे बेटे-बेटियों तुम सदा खुश रहो, तुम्हारी निर्मल व निश्छल मुस्कान बनी रहे। पढ़ो-लिखो आगे बढ़ो, माता-पिता तथा प्रदेश एवं देश का नाम रौशन करो, शुभकामनाएं! #ChildrensDay2021 pic.twitter.com/6ncAbVZ02r
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि सभी बच्चों को बाल दिवस की हार्दिक बधाई। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती पर नमन् ! मेरे बच्चों आप सभी को ‘बाल दिवस’ की आत्मीय शुभकामनाएं! प्रदेश और देश के मेरे प्यारे बेटे-बेटियों तुम सदा खुश रहो, तुम्हारी निर्मल व निश्छल मुस्कान बनी रहे। पढ़ो-लिखो आगे बढ़ो, माता-पिता तथा प्रदेश एवं देश का नाम रौशन करो, शुभकामनाएं! उन्होने कहा कि बच्चों तुम देश के कर्णधार हो। शिक्षा व खेल समेत हर क्षेत्र में आगे बढ़ो। अपना लक्ष्य तय कर लो और उसे प्राप्त करने के पथ पर निकल पड़ो। एक सुंदर और सफल भविष्य तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा है। मेरी शुभकामनाएं सदैव तुम्हारे साथ हैं।
स्कूल रहती है छुट्टी
विभिन्न देशों में अलग-अलग तारीखों को बाल दिवस मनाया जाता है। भारत में बाल दिवस 1964 में पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद मनाया जाने लगा। हालांकि बाल दिवस 1925 से मनाया जाने लगा था, लेकिन यूएन ने 20 नवंबर 1954 को इससे मनाने की घोषणा की थीं।मुख्य तौर पर बाल दिवस के दिन स्कूलों में छुट्टी होती है। पर बच्चों के लिए कई तरह के खास कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दिन बच्चें नाच- गाना करते हैं। स्पीच तैयार करते हैं। बच्चों को फूल दिया जाता है। गिफ्ट, चॉकलेट आदि चीजे दी जाती हैं।