सीधी — लालच इंसान से क्या से क्या करवा देती है इसकी वानगी मझौली तहसील के धुआंडोल पंचायत में देखने को मिली, जहां पैसे की लालच में आकर आरोपी के द्वारा बेची हुई जमीन को फर्जी बताकर पीड़ित पक्ष से फिर से पैसा ऐंठने के लिए गंभीर आरोप लगाया था जहां पीड़ित पक्ष ने कलेक्टर को शिकायती आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
ये है पूरा मामला
पीड़ित राम सुंदर जायसवाल पिता बैजनाथ जयसवाल धुआंडोल निवासी ने कलेक्टर को शिकायती आवेदन देकर बताया कि बीते 1 मार्च को हमारे गांव का ही रहने वाला रामचरित कुशवाहा पिता हीरा कुशवाहा ने गांव में ही स्थित सोमनाथ साकेत की दुकान में मिला और अपनी जमीन बेचने के लिए बोलने लगा, पीड़ित के द्वारा बताया गया कि आरोपी के द्वारा कहा गया कि पैसे की बहुत ही इमरजेंसी है इसलिए मैं अपने पट्टे की जमीन बेचना चाहता हूं आप ले लीजिए। जहां पीड़ित ने दुकानदार के सामने ही भाव तय किया और 5 लाख 36 हज़ार में दोनों पार्टी का सौदा तय हुआ।जहां पीड़ित राम सुंदर जायसवाल के द्वारा आरोपी राम चरित्र कुशवाहा को 2 लाख 86 हज़ार नगद बयाना के रूप में गांव के ही रहने वाले गोकुल गुप्ता तथा शिवप्रसाद साकेत के सामने दिया गया जो मुख्य गवाह है, तथा शेष रुपए रजिस्ट्री के समय देने के लिए बोला गया। जहां बीते 4 मार्च को सीधी रजिस्टार के यहां रजिस्ट्री कराई गई है। पीड़ित के द्वारा रजिस्ट्री कराने के बाद पूरा रुपए चुकता किया गया। पीड़ित के द्वारा बताया गया कि तहसीलदार उप तहसीलदार के समक्ष आवेदन देकर नामांतरण कराते समय भी विक्रेता को कोई आपत्ति नहीं हुई थी और नामांतरण स्वीकार की गई। अब और पैसे के लालच में आकर दवा कराने के बहाने झूठी रजिस्ट्री के नाम पर कलेक्टर के यहां शिकायत किया है। जबकि इस दरमियान आरोपी तथा उसके परिजन किसी भी तरह के बीमार नहीं थे। पीड़ित के द्वारा बताया गया कि मैं उसी ग्राम का पूर्व सरपंच रह चुका हूं तथा भाजपा का कार्यकर्ता भी हूं जिसके लिए बदनाम करने के लिए साजिश रच रहा है और पैसे की मांग कर रहा है हमारे द्वारा मना करने पर फर्जी शिकायत किया है। पूरे मामले को लेकर कलेक्टर ने न्याय का भरोसा दिलाया है।